“मुख्तार अंसारी की मौत को एक साल पूरा हुआ। कोर्ट के आदेश के बाद अब उनकी बैरक खोली जाएगी और सामान परिजनों को सौंपा जाएगा। जानें पूरी खबर।”
पूर्वांचल के कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत को आज एक साल पूरा हो गया। 28 मार्च 2024 को हार्ट अटैक से हुई उनकी मौत के बाद उनका नाम अब फिर से चर्चा में आ गया है। दरअसल, बांदा जेल प्रशासन ने उनकी बैरक को सील कर दिया था, जिसे अब एक साल बाद फिर से खोला जाएगा।
परिजनों को सौंपा जाएगा सामान
कोर्ट के आदेशानुसार, जेल प्रशासन मुख्तार अंसारी की बैरक में रखे सभी सामान को उनके परिजनों को सौंपेगा। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में लिखित हस्तांतरण किया जाएगा। कोर्ट के निर्देश के बाद जेल प्रशासन ने अंसारी के परिवार को औपचारिक पत्र भेज दिया है।
जेल में हार्ट अटैक से हुई थी मौत
मुख्तार अंसारी की तबीयत 26 मार्च 2024 को अचानक खराब हो गई थी। उन्हें तत्काल बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद वापस जेल भेज दिया गया। लेकिन 28 मार्च 2024 को उनकी तबीयत फिर बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें दोबारा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जांच में नहीं मिले जहर देने के प्रमाण
मुख्तार अंसारी के परिजनों ने जेल प्रशासन पर खाने में जहर देने और उचित इलाज न देने का आरोप लगाया था। हालांकि, मजिस्ट्रेट और ज्यूडिशियल जांच में इन आरोपों की पुष्टि नहीं हो सकी। जांच रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी, जिसके चलते यह मामला बंद कर दिया गया।
2021 में किया गया था बांदा जेल में शिफ्ट
मुख्तार अंसारी को अप्रैल 2021 में पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल शिफ्ट किया गया था। तब से वह बैरक नंबर 16 में बंद थे। उनकी मौत के बाद इस बैरक को सील कर दिया गया था, लेकिन अब कोर्ट के आदेश के बाद इसे खोला जाएगा और उनका सामान उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।
मुख्तार अंसारी की पहली बरसी पर उनकी बैरक और उनकी मौत से जुड़े पहलू फिर से चर्चा में हैं। कोर्ट के निर्देशानुसार, अब उनका सामान उनके परिवार को सौंपा जाएगा, जिससे इस मामले का एक और अध्याय समाप्त होता नजर आ रहा है।
➡️सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की