रायबरेली के ऊंचाहार में एसडीओ इंदु शेखर का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह एक संविदाकर्मी से उठक-बैठक करवा रहे हैं। यह घटना प्रशासनिक व्यवस्था और कर्मचारियों के सम्मान पर गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या ऐसे अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होगी?
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही अपनी सरकार की बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था का दावा करते हों, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। ऊंचाहार उपखंड के एसडीओ कार्यालय से सामने आया एक वीडियो न केवल इन दावों की पोल खोल रहा है, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों के रवैये पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
दरअसल, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में ऊंचाहार के एसडीओ इंदु शेखर एक संविदा कर्मचारी से किसी बात पर नाराज़ नजर आ रहे हैं। लेकिन नाराजगी जताने का उनका तरीका बेहद अपमानजनक था। उन्होंने कर्मचारी को कान पकड़कर उठक-बैठक करने की सजा दी, जिससे न केवल कर्मचारी की गरिमा को ठेस पहुंची, बल्कि सरकारी कार्यालयों में अनुशासनहीनता का भी संकेत मिला।
क्या यही है बेहतर प्रशासन?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश में सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की बात करते हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या यही वह बेहतर व्यवस्था है, जिसकी दुहाई सरकार देती है? अगर यह बेहतर है, तो बदतर की परिभाषा क्या होगी?
एसडीओ पर होगी कार्रवाई या मिलेगा बढ़ावा?
यह घटना यह भी दर्शाती है कि कुछ अधिकारी अपनी पद की सीमाएं लांघ रहे हैं और कर्मचारियों के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं। सवाल यह भी है कि क्या ऐसे अधिकारियों पर कोई ठोस कार्रवाई होगी या फिर इस तरह की मनमानी को मौन स्वीकृति मिलती रहेगी?
जनता और कर्मचारियों में रोष
इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों और कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। वे मांग कर रहे हैं कि संबंधित एसडीओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी अपनी शक्ति का दुरुपयोग न कर सके।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश सरकार इस घटना पर क्या कदम उठाती है और क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस वायरल वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया देंगे?
➡️ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
