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19 March 2025 7:17 pm

‘औरंगजेब को यह देश कभी माफ नहीं करेगा’, नागपुर हिंसा पर बोले बृजभूषण तो विहिप ने पढिए क्या कहा

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नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद के बाद हिंसा भड़क गई। बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह और विहिप ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कई गिरफ्तार, कर्फ्यू लागू। पढ़ें पूरी खबर।

महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में औरंगजेब की कब्र को लेकर उपजे विवाद ने सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया। इस विवाद के बाद शहर में हिंसा भड़क गई, जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़ गई। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी, जबकि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भी इसे पूर्व नियोजित हिंसा करार दिया।

नागपुर में हिंसा कैसे भड़की?

यह विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ लोगों ने औरंगजेब की कब्र को लेकर विवादित बयान दिए, जिससे हिंदू संगठनों में नाराजगी बढ़ गई। इसके बाद स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हुए, जो देखते ही देखते हिंसक हो गए। हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।

विश्व हिंदू परिषद (VHP) का कड़ा रुख

विहिप ने इस हिंसा को सुनियोजित बताते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। संगठन के प्रवक्ता ने साफ कहा कि किसी भी हाल में औरंगजेब का महिमामंडन स्वीकार नहीं किया जाएगा।

कई लोग हिरासत में, कई इलाकों में कर्फ्यू

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हिंसा को एक साजिश करार दिया और कहा कि शुरुआती जांच में यह हिंसा योजनाबद्ध लग रही है। प्रशासन ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और नागपुर के संवेदनशील इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

बृजभूषण शरण सिंह का बयान

बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि देश औरंगजेब को कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा,

“औरंगजेब ने हिंदू समाज पर अत्याचार किए थे, मंदिरों को नष्ट किया था और निर्दोष लोगों की हत्या करवाई थी। ऐसे में जो लोग उसका समर्थन करते हैं, वे देश की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ हैं।”

हिंसा के बाद बढ़ा तनाव

नागपुर में हुई इस हिंसा ने धार्मिक और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा दे दी है। सरकार और प्रशासन मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई कर रहा है। हिंदू संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे ऐसे किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो औरंगजेब या अन्य ऐतिहासिक आक्रमणकारियों का समर्थन करता हो।

प्रशासन की सख्त कार्रवाई पर सभी की नजरें

अब सभी की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं, जो स्थिति को नियंत्रित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है। नागपुर हिंसा का यह मुद्दा अब राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बन चुका है।

➡️अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट

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