जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में शिक्षकों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, क्योंकि लंबे समय से उनके बकाया बिलों का भुगतान नहीं किया गया है। शिक्षकों का कहना है कि बजट उपलब्ध होने के बावजूद वर्ष 2023 और 2024 के दौरान कार्यरत कक्ष निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों को उनका पारिश्रमिक नहीं मिला है। इस मुद्दे को लेकर शिक्षकों ने बैठक आयोजित कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
शिक्षक संघ ने जताया रोष
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को जिला कार्यालय मुकेरीगंज में आयोजित की गई। इस बैठक में शिक्षकों ने अपने बकाये के भुगतान न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। कार्यवाहक जिलाध्यक्ष जामवंत निषाद ने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, लेकिन पिछले वर्षों के शिक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों को अभी तक उनका पारिश्रमिक नहीं दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में संगठन की ओर से कई बार लिखित शिकायतें की गई हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही भुगतान नहीं किया गया तो वे इस मामले को और मजबूती से उठाएंगे।
रात में पेपर पहुंचाने से हो रही असुविधा
बैठक में जिला मंत्री पंकज कुमार सिंह ने परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्र पहुंचाने की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कई केंद्रों पर पेपर रात में पहुंचाया जाता है, जिससे केंद्र व्यवस्थापकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर उन विद्यालयों में, जहां महिला केंद्र व्यवस्थापक होती हैं, उन्हें रात में अधिक देर होने पर असुरक्षा महसूस होती है।
उन्होंने मांग की कि परीक्षा केंद्रों पर अधिक वाहन लगाए जाएं और सभी केंद्रों तक प्रश्नपत्रों की आपूर्ति शाम पांच बजे तक सुनिश्चित की जाए, ताकि व्यवस्थापकों को असुविधा न हो।
भुगतान न करने वालों पर हो कार्रवाई
बैठक में शिक्षकों ने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षकों का कहना था कि जब बजट पहले से ही उपलब्ध है, तो भुगतान में देरी क्यों की जा रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जल्द से जल्द उनके पुराने बकाये का भुगतान किया जाए और भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न हो।
बैठक में मौजूद शिक्षक नेता
इस बैठक में संगठन के संरक्षक रामजन्म सिंह, शेर बहादुर सिंह यादव, अबरार अहमद, सौरभ सिंह, महमूद इरफान, प्रकाश प्रजापति और इंद्रजीत सहित कई प्रमुख शिक्षक नेता मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर इस मुद्दे पर कड़ा विरोध दर्ज कराया और अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखने का निर्णय लिया।
शिक्षकों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो वे आगे और भी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की