अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो गया, लेकिन पहले ही दिन सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला। जैसे ही राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपना अभिभाषण शुरू किया, समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात इतने बिगड़ गए कि राज्यपाल को अपना अभिभाषण बीच में ही छोड़ना पड़ा और उन्हें वापस लौटना पड़ा।
सपा विधायकों का जोरदार हंगामा, राज्यपाल को रोकना पड़ा अभिभाषण
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे अपनी-अपनी सीटों से उठकर नारेबाजी करने लगे, जिससे सदन का माहौल गरमा गया। उनकी मांगों और विरोध के कारण राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को अपने अभिभाषण को अधूरा छोड़कर जाना पड़ा। सपा विधायकों का कहना था कि सरकार कई अहम मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है और जनहित की अनदेखी कर रही है।
सीएम योगी का सपा पर तीखा प्रहार – “देश को कठमुल्लापन से नहीं चलने देंगे“
विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा का दोहरा चरित्र अब जनता के सामने उजागर हो चुका है। उन्होंने सपा विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा,
“ये लोग अपने बच्चों को अंग्रेजी पब्लिक स्कूल में भेजेंगे, लेकिन दूसरे लोगों के बच्चों को गांव के स्कूलों में उर्दू पढ़ने की सलाह देंगे। क्या वे चाहते हैं कि गरीबों के बच्चे सिर्फ मौलवी बनें?”
सीएम योगी ने सपा को कठमुल्ला मानसिकता का समर्थक बताते हुए कहा,
“ये लोग देश को कठमुल्लापन से चलाना चाहते हैं, लेकिन यह संभव नहीं है। अब देश और प्रदेश को इस मानसिकता से मुक्त करना होगा।”
फ्लोर लैंग्वेज को लेकर छिड़ा विवाद
बजट सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने विधानसभा की फ्लोर लैंग्वेज में अंग्रेजी की जगह उर्दू को शामिल करने की मांग की। उनके इस बयान पर भारी विवाद छिड़ गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह मानसिकता देश को पीछे धकेलने वाली है। उन्होंने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश में तुष्टिकरण की राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विधानसभा में हंगामा जारी, सत्र में उठ सकते हैं और भी विवादित मुद्दे
पहले ही दिन जिस तरह सपा विधायकों ने हंगामा किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, उससे साफ है कि यह बजट सत्र काफी गरम रहने वाला है। आने वाले दिनों में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा, वहीं सत्तापक्ष अपनी नीतियों को लेकर मजबूत रुख अपनाएगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का यह बजट सत्र प्रदेश की राजनीति और विकास योजनाओं के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। अब देखना होगा कि आगे इस सत्र में कौन-कौन से मुद्दे उठते हैं और सरकार किस तरह से विपक्ष के सवालों का जवाब देती है।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की