सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। यूपी बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सोमवार को जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने देवरिया क्लब में केंद्र व्यवस्थापकों, जोनल, सेक्टर, स्टेटिक मजिस्ट्रेट सहित पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में परीक्षा की तैयारी, सुरक्षा व्यवस्था और सुचारु संचालन को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए।
परीक्षा केंद्रों की निगरानी और मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सतत निगरानी रखी जाए। परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी कैमरे, वॉयस रिकॉर्डर और राउटर की व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त होनी चाहिए। साथ ही, परीक्षा केंद्रों पर स्वच्छता, पर्याप्त प्रकाश, परीक्षार्थियों के बैठने की उचित व्यवस्था, पेयजल एवं शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
परीक्षा केंद्रों की संख्या और परीक्षार्थियों की जानकारी
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 179 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां हाईस्कूल के 65,120 और इंटरमीडिएट के 64,055 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में संपन्न कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी परीक्षा केंद्र का सीसीटीवी कैमरा बंद पाया जाता है, तो संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारी
बैठक में पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने कहा कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शासन द्वारा जारी सभी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया जाएगा, ताकि परीक्षा को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संचालित किया जा सके। एलआईयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम पूरी तरह सतर्क रहेगी, ताकि किसी भी प्रकार की अवांछनीय गतिविधि को रोका जा सके।
कंट्रोल रूम का निरीक्षण और तकनीकी निगरानी
समीक्षा बैठक के बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में स्थापित जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता की जांच की और निर्देश दिया कि सभी कैमरे स्पष्ट दृश्य प्रदान करें। यदि किसी स्थान पर कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाए।
यूपी बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। अधिकारियों की सख्ती, सीसीटीवी निगरानी, सुरक्षा बलों की सक्रियता और आधुनिक तकनीक के प्रयोग से परीक्षा को निष्पक्ष और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने की हर संभव व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की