अंकिता उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी और पूर्वांचल जनमोर्चा की जिला इकाई द्वारा संयुक्त रूप से संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। यह कार्यक्रम कलेक्ट्री कचहरी नगर पालिका रोड स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित किया गया, जहां संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्प अर्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत प्रदेश संयोजक शिव मोहन शिल्पकार ने की। उन्होंने संत रविदास के विचारों और उनके संघर्षमय जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सदैव समाज में व्याप्त कुरीतियों और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहे। संत रविदास ने समानता और मानवता की भावना को सर्वोपरि माना और यही संदेश समाज को दिया कि “मन सच्चा है तो कठौती में गंगा है।”
श्री शिल्पकार ने जोर देकर कहा कि आज के समाज में भी हमें संत रविदास के बताए मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। उनके विचार हमें प्रेरित करते हैं कि किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त कर, समाज में समानता और न्याय की स्थापना की जाए।
कांग्रेस छोड़कर कई नेता राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल
इस कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस पार्टी से जुड़े हरिश्चंद्र शास्त्री और निर्जला चौरसिया ने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस को छोड़कर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने पार्टी की नीतियों और राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस की विचारधारा में आस्था व्यक्त करते हुए संगठन के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की। इस मौके पर पार्टी की ओर से उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया और विधिवत रूप से पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।
कार्यक्रम का सफल संचालन और विशिष्ट उपस्थिति
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रभारी चंद्रमी गौतम ने की, जबकि संचालन का दायित्व राहुल मोदनवाल ने निभाया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समाजसेवी शामिल हुए।
उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में विजय, रामनगिना, पंकज चौहान, रामबदन, राजकुमार, चरित्र, रामलगन विश्वकर्मा, श्रीमती संजू गोड, रीता गौतम, माधुरी गौतम, ऊषा देवी, सुराती, बीना देवी सहित सैकड़ों लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
संत रविदास के आदर्शों को अपनाने का संकल्प
समारोह में उपस्थित लोगों ने संत रविदास के बताए मार्ग पर चलने और समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि संत रविदास के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और हमें उनके सिद्धांतों को अपनाकर समाज में समानता और भाईचारे को मजबूत करना चाहिए।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को सभी उपस्थित जनों ने धन्यवाद दिया और यह संकल्प लिया कि भविष्य में भी ऐसे प्रेरणादायक आयोजनों को और अधिक व्यापक रूप से किया जाएगा।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की