जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। छोटे से गांव परगाशपुर के 13 वर्षीय छात्र आरव सिंह ने अपनी बुद्धिमत्ता और तेजतर्रार जवाबों से लोकप्रिय गेम शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी) में इतिहास रच दिया। फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठकर उन्होंने बेबाकी से दो राउंड तक शानदार प्रदर्शन किया और ₹3,50,000 की इनामी राशि जीतकर उत्तर प्रदेश के पहले बाल विजेता बन गए।
परिवार और शिक्षा पृष्ठभूमि
आरव सिंह मूल रूप से आजमगढ़ जिले के अहरौला क्षेत्र के परगाशपुर गांव के निवासी हैं, लेकिन उनके पिता रसल रघुवंशी वर्तमान में बहराइच जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। आरव की मां रीना सिंह भी एक शिक्षिका हैं। उनका बड़ा भाई अथर्व रघुवंशी नवोदय विद्यालय का छात्र है। आरव स्वयं कक्षा 5 के छात्र हैं और पढ़ाई में शुरू से ही मेधावी रहे हैं।
केबीसी तक का सफर
आरव ने 2 सितंबर 2024 को ‘कौन बनेगा करोड़पति जूनियर-16’ के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था। तमाम चयन प्रक्रियाओं को पार करते हुए उन्हें 10 जनवरी 2025 को मुंबई में ऑडिशन के लिए बुलाया गया। ऑडिशन के दौरान उन्होंने अपनी ज्ञान और हाजिरजवाबी से चयनकर्ताओं को प्रभावित किया, जिससे उनका चयन फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड के लिए हो गया। इस राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उन्हें अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने का मौका मिला।
अमिताभ बच्चन भी हुए प्रभावित
शो के दौरान आरव ने कुल 16 प्रश्नों में से 10 का सही जवाब देकर दो राउंड तक शानदार खेल दिखाया और ₹3,50,000 की इनामी राशि जीती। उनकी तीव्र बुद्धिमत्ता और आत्मविश्वास देखकर खुद अमिताभ बच्चन भी उनकी प्रतिभा के कायल हो गए। खेल के दौरान आरव ने न सिर्फ सवालों के जवाब दिए, बल्कि अपनी मजेदार बातों और हाजिरजवाबी से सभी को खूब हंसाया। अमिताभ बच्चन ने भी उनकी सराहना करते हुए उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
गांव और क्षेत्र में खुशी की लहर
आरव के इस शानदार प्रदर्शन से आजमगढ़ और बहराइच दोनों जिलों में खुशी की लहर दौड़ गई। गांव के लोग, रिश्तेदार और शुभचिंतक उन्हें बधाइयां देने उनके घर पहुंच रहे हैं। उनके माता-पिता ने भी अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आरव शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रहे हैं और हमेशा नई चीजें सीखने की जिज्ञासा रखते हैं।
आरव का सपना और आगे की योजना
आरव ने बताया कि उनकी इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता और बड़े भाई का बहुत बड़ा योगदान है। उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। भविष्य में वह आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
समारोह और स्वागत की तैयारियां
आरव के शानदार प्रदर्शन के बाद उनके स्कूल और गांव में उनके सम्मान में विशेष समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। उनके शिक्षक और सहपाठी भी उनकी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
आरव की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और तराई क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। इतनी कम उम्र में उन्होंने जो कर दिखाया, वह लाखों बच्चों के लिए प्रेरणा है।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की