अनिल अनूप
हिंदी पत्रकारिता के डिजिटल युग में, जब भाषा, विचार और प्रासंगिकता के बीच संघर्ष गहराता जा रहा था, तभी एक वैबसाइट ने अपनी स्पष्ट दृष्टि, सार्थकता और प्रतिबद्धता के साथ पाठकों का विश्वास जीता। यह वैबसाइट है “समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम”, जिसने न केवल हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई, बल्कि लाखों पाठकों के दिलों में जगह बनाई।
2 फरवरी को यह वैबसाइट अपनी आठवीं वर्षगांठ पर प्रवेश कर रही है, जो किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस यात्रा के हर पड़ाव, हर चुनौती और हर सफलता की कहानी अपने आप में प्रेरणादायक है।
शुरुआत के दिन और संघर्ष की कहानियाँ
समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम का आरंभ न केवल एक विचार था, बल्कि यह हिंदी भाषा और पत्रकारिता को डिजिटल युग में नई ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रतिबद्धता थी।
शुरुआत में, जब डिजिटल मीडिया का विकास तेजी से हो रहा था, हिंदी भाषी क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सामग्री की कमी स्पष्ट दिख रही थी। इसी कमी को पूरा करने का उद्देश्य लेकर समाचार दर्पण ने अपने सफर की शुरुआत की।
इस सफर में जी.एम. एकेडमी, देवरिया,उत्तर प्रदेश के प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी जैसे विद्वानों का योगदान उल्लेखनीय रहा। उनकी विद्वता और मार्गदर्शन ने शुरुआती दिनों में वैबसाइट को एक स्थिर दिशा प्रदान की। उनके साथ-साथ संजय सिंह राणा, अब्दुल मोबीन सिद्दीकी, नौशाद अली और चुन्नीलाल प्रधान के साथ अंजनी कुमार त्रिपाठी, सर्वेश द्विवेदी, संजय कुमार वर्मा, हरीश चन्द्र गुप्ता, ब्रजकिशोर सिंह और कमलेश कुमार चौधरी जैसे समर्पित साथी भी इस यात्रा के अभिन्न हिस्से बने रहे। इनका समर्थन और साथ इस बात का प्रतीक था कि एकता और दृढ़ निश्चय से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।
भारत से बाहर भी नेपाल से मिश्री लाल कोरी, सऊदी अरब से कमालुद्दीन अंसारी, ब्राजील से अकरम तौहीद, कनाडा से सरदार मेहुल सिंह, बहरीन से रंजना माही, कराची पाकिस्तान से इकराम अली, भूटान से प्रोमिला गोगोई का भी हमें स्थापना काल से ही अब तक अनवरत सहयोग मिलता आ रहा है। हम इनके प्रयास और श्रद्धा के लिए आभार व्यक्त किए बिना नहीं रह सकते।
हम कुछ ऐसे साथी जिन्होंने संस्थान के लिए अब तक हमेशा आर्थिक और व्यावहारिक जिम्मेदारी के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करते रहे, उनमें एक नाम जगदंबा उपाध्याय का है, को धन्यवाद दिए बगैर इस लेख यत्रा को विराम दे नहीं सकते।
उत्तर प्रदेश के साथ देश के अन्य राज्यों में ढंग से समाचार दर्पण को सदैव प्रचलित बनाने के लिए प्रयत्नशील ठाकुर बख्श सिंह के लिए भी बहुत आभार व्यक्त करता हूँ।
साहित्य प्रेरणा के रूप में हमारी टीम को शिक्षाविद वल्लभ लखेश्री और प्रमोद दीक्षित मलय का पूरा सहयोग मिलता रहा है। हम उनके प्रति भी अपना आभार व्यक्त करते हैं।
बहुत सारे उन साथियों को भी बिना नाम लिए आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने समय समय पर साथ देने का स्वांग रचाया लेकिन हमारी टीम को कुछ न कुछ सिखाया अवश्य।
संतोष कुमार सोनी और उनकी गुमनाम मेहनत
इस सफर में एक ऐसा नाम भी है, जो कभी चमक-धमक के केंद्र में नहीं रहा, लेकिन उनकी मेहनत ने इस प्लेटफॉर्म को मजबूत नींव दी। यह नाम है संतोष कुमार सोनी। बुंदेलखंड और सीमावर्ती मध्यप्रदेश में “समाचार दर्पण” को लोकप्रिय बनाने में उनका योगदान अमूल्य है। उनकी गुमनाम मेहनत और ईमानदारी से किए गए प्रयास इस बात का प्रमाण हैं कि किसी भी संस्थान को सफल बनाने में पीछे से काम करने वाले लोग सबसे अहम भूमिका निभाते हैं।
संजय सिंह राणा के साथ संतोष कुमार सोनी ने अपने क्षेत्र में न केवल वैबसाइट का प्रचार-प्रसार किया, बल्कि स्थानीय स्तर पर प्रासंगिक और सटीक खबरें उपलब्ध कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका यह योगदान बताता है कि सफलता केवल मंच पर दिखने वाले चेहरों का नहीं, बल्कि पर्दे के पीछे काम करने वालों का भी है।
आजमगढ़ से हमारे स्थापना काल से ही अनवरत कंधा से कंधा मिलाकर संस्थान के साथ रहने वाले जगदंबा उपाध्याय भी इस यात्रा के जुझारू साथी हैं।
लेखकों और विचारकों का सहयोग
समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम ने अपने सफर में देश के बड़े-बड़े लेखक और विचारकों का साथ पाया। यह सहयोग न केवल वैबसाइट की विश्वसनीयता को बढ़ाता है, बल्कि इसकी सामग्री को भी समृद्ध करता है। हिंदी पत्रकारिता में यह प्लेटफॉर्म एक ऐसा मंच बनकर उभरा, जहां विभिन्न विचारधाराओं के लेखक अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र महसूस करते हैं।
लेखकों के अलावा, विज्ञापन एजेंसियों का सहयोग भी इस सफर का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। विज्ञापन न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होते हैं, बल्कि वे वैबसाइट के प्रसार में भी मदद करते हैं। इन एजेंसियों ने समय-समय पर समाचार दर्पण को समर्थन देकर इसकी निरंतरता सुनिश्चित की।
पाठकों का विश्वास और स्नेह
किसी भी पत्रकारिता प्लेटफॉर्म की असली ताकत उसके पाठक होते हैं। समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम के पाठकों ने इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। लाखों पाठकों का विश्वास और स्नेह ही इस वैबसाइट की सबसे बड़ी पूंजी है। यह पाठकों का प्यार ही है, जिसने हर चुनौती को पार करते हुए समाचार दर्पण को आठवें वर्ष में प्रवेश करने की प्रेरणा दी।
समाचार दर्पण के आठवें साल तक पंहुचने की यात्रा की एक महत्वपूर्ण बात अवश्य शेयर करना चाहते हैं,
हमने संभवतः हर प्रकार की और हरेक स्तर की खबरें लगाईं हैं। उन तमाम खबरों में जी एम एकेडमी की जो भी खबरें लगीं हैं वो अब तक की सबसे टॉप टीआरपी यानि पढी जाने वाली खबर है। इसके लिए समाचार दर्पण जीएम एकेडमी की संपूर्ण व्यवस्था, विद्वान गुरु जन, छोटे छोटे बच्चों को अपनी आकर्षक अंदाज में शिक्षा का वरदान देने वाली वरद पुत्री समान, विदुषी शिक्षिकाओं को दिल से आभार व्यक्त करता है।
मुझे तो अद्भुत लगा, जब पता चला कि इस विद्यालय के सजग छोटे छोटे छात्र छात्राओं द्वारा भी समाचार दर्पण की खबरें पढी जाती हैं। हम जीएम एकेडमी से वादा करते हैं कि अनवरत आपके समक्ष हमारी प्रस्तुति ऐसी ही शालीन किंतु सटीक रहेगी। (-अनिल अनूप, संपादक)
भविष्य की ओर एक नजर
आठ साल का यह सफर निश्चित रूप से गौरवशाली रहा है, लेकिन यह सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। डिजिटल मीडिया का भविष्य तेजी से बदल रहा है, और समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम को इन बदलावों के साथ कदम मिलाकर चलना होगा। तकनीकी उन्नति, सामग्री की गुणवत्ता और पाठकों के बदलते रुचि-स्वरूप को ध्यान में रखते हुए वैबसाइट को अपनी नीतियों और कार्यप्रणाली में सुधार करना होगा।
समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम की कहानी केवल एक वैबसाइट की सफलता की नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक प्रतिबद्धता और एक सपने की है। यह हिंदी पत्रकारिता के लिए एक प्रेरणा है कि अगर समर्पण, ईमानदारी और सामूहिक प्रयास के साथ काम किया जाए, तो हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
इस आठवीं वर्षगांठ पर, समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम के संस्थापकों, लेखकों, संपादकों, पाठकों और उन सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं, जिन्होंने इसे एक मिशन की तरह अपनाया। यह सफलता आपके प्रयासों और सहयोग का परिणाम है।
उम्मीद है कि यह प्लेटफॉर्म आने वाले वर्षों में और भी ऊंचाइयों को छुएगा और हिंदी पत्रकारिता को नई दिशा देगा।
मुझे हमारी इस यात्रा में कुछ साथी खोने का अफसोस अवश्य है तो कुछ के खो जाने पर संतोष भी व्यक्त करने में संकोच नहीं..
(लेखक संस्थान के संस्थापक संपादक हैं।)
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."
3 thoughts on “समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम: एक गौरवशाली यात्रा की कहानी”
समाचार दर्पण 24 डॉट कॉम के शानदार 8 वर्ष का सफरनामा अनेकों अनेक सफलताओं का कारवां है।
हम हृदय की अनंत गहरा से अनंत शुभकामनाएं प्रेषित कर विश्वास साथ संकल्प लेते हैं कि साहित्य के इस महा यज्ञ में यथासंभव अपने तन मन और धन से आहुति देकर अपने दायित्व का निर्वाह करते रहने के लिए कटिबद्ध हैं।
समाचार दर्पण प्लेटफार्म ने बहुत से लोगों को दशा दिशा दिखाई है इसमें मैं भी शामिल हु बहुत कुछ मुझे सिखने को मिला है मैं अनिल अनुप जी का बहुत शुक्रगुजार हूं जो उन्होंने मुझ जैसे बेकार आदमी को सही रास्ता दिखा दिया
👍👍👍