ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
झांसी के उन्नाव-बालाजी मार्ग पर स्थित अयोध्यापुरी कॉलोनी में एक आलीशान मकान में लंबे समय से देह व्यापार का धंधा संचालित हो रहा था। इसकी सूचना मिलने पर सीपरी बाजार पुलिस ने शुक्रवार की शाम वहां छापा मारा। इस कार्रवाई में पुलिस ने 7 महिलाओं और 2 पुरुषों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। पुलिस ने मकान से कई महत्वपूर्ण सबूत भी बरामद किए हैं, जिनमें एक डायरी और मोबाइल फोन शामिल हैं। इनसे कई राज खुलने की संभावना जताई जा रही है।
सूचना मिलते ही पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
सीपरी बाजार थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार सिंह को सूचना मिली कि अयोध्यापुरी कॉलोनी के एफ ब्लॉक में स्थित एक आलीशान मकान में अवैध देह व्यापार संचालित किया जा रहा है। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट प्रमोद झा, सीओ (सिटी) रामवीर सिंह, सीओ (ट्रैफिक) स्नेहा तिवारी, महिला थानाध्यक्ष किरन और पुलिस बल के साथ मकान की घेराबंदी कर दबिश दी गई।
पुलिस की अचानक हुई इस कार्रवाई से वहां अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस ने दो युवकों और 7 महिलाओं को हिरासत में लिया। इनमें से दो महिलाएं इस धंधे की संचालिका थीं।
छह महीनों से किराए पर लेकर चला रही थीं अनैतिक कारोबार
पूछताछ के दौरान पता चला कि इस आलीशान मकान को लगभग छह महीने पहले किराए पर लिया गया था और तभी से इसमें अवैध गतिविधियां संचालित की जा रही थीं। पकड़ी गई युवतियों ने बताया कि उन्हें पैसे का लालच देकर यहां लाया गया था। ग्राहकों से जो भी पैसा आता था, उसका अधिकांश हिस्सा संचालिकाएं रखती थीं। आने-जाने और रहने का खर्च भी संचालिकाएं ही उठाती थीं।
समय-समय पर ठिकाना बदल देती थीं संचालिकाएं
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह गिरोह समय-समय पर अपना ठिकाना बदलता रहता था ताकि किसी को उन पर शक न हो। पकड़ी गई महिलाओं में तीन ग्वालियर, एक अन्य मध्य प्रदेश के जिले की, एक लखनऊ और दो झांसी की रहने वाली हैं। वहीं, गिरफ्तार किए गए दोनों युवक झांसी के ही हैं।
स्थानीय लोगों ने कई बार की थी शिकायत, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मकान में लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियां हो रही थीं। कई बार ग्वालियर रोड चौकी पुलिस और सीपरी बाजार थाने में इसकी गुप्त शिकायत की गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस वजह से लोग भयभीत हो गए थे और उन्होंने शिकायत करना बंद कर दिया।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि उन्हें संदेह था कि इस धंधे को किसी बड़े राजनैतिक व्यक्ति या प्रभावशाली अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए पुलिस कोई कदम नहीं उठा रही थी। शुक्रवार को हुई इस छापेमारी के बाद स्थानीय लोग बेहद संतुष्ट नजर आए और पुलिस की कार्रवाई की सराहना की।
संचालिकाओं के पास मिली डायरी से खुलेंगे बड़े राज
पुलिस को इस कार्रवाई के दौरान एक महत्वपूर्ण डायरी मिली है, जिसमें ग्राहकों और संरक्षण देने वाले कई प्रभावशाली लोगों के नाम दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस डायरी में ऐसे नाम भी शामिल हैं, जो इस गोरखधंधे की जानकारी होने के बावजूद अपना हिस्सा लेकर चुप रहते थे।
इसके अलावा, पुलिस ने गिरफ्तार महिलाओं और युवतियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं। इनकी जांच से और भी अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं। पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस पकड़ी गई युवतियों के परिजनों से संपर्क कर रही है और संचालिकाओं से पूछताछ जारी है। साथ ही, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस मकान के मालिक को इस धंधे की जानकारी थी या नहीं। इस पूरे गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को पकड़ने के लिए भी आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस छापेमारी के बाद झांसी में ऐसे अन्य अवैध धंधों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज होने की संभावना है।

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की