अरमान अली की रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में पुलिस ने एक फर्जी पीर को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को पैगंबर बताकर लोगों को गुमराह किया और अपने खेत में सऊदी अरब की काबा मस्जिद जैसी एक इमारत बना ली थी। यह ढोंगी पीर अब्दुल रज्जाक नाम का शख्स है, जो खुद को सूफी संत नूरदीन नूरानी का अवतार बताता था और इसी बहाने उसने बड़ी संख्या में अनुयायी (मुरीद) बना लिए थे।
ढोंगी पीर का ढोंग: झोपड़ी में ताबीज और नशे का अड्डा
बारामूला के स्थानीय लोगों का कहना है कि अब्दुल रज्जाक ने अपने खेत में एक झोपड़ी बना रखी थी, जहां वह लोगों को ताबीज बांटता था और झूठे चमत्कारों का दावा करता था। उसकी मुरीदों में महिलाओं की संख्या अधिक थी, जो उससे ताबीज लेने और समस्याओं के समाधान की उम्मीद में उसके पास आती थीं।
लेकिन इस झोपड़ी के अंदर का सच बेहद चौंकाने वाला था। वहां गांजा, चरस और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन किया जाता था। अब्दुल रज्जाक खुद भी इन नशीले पदार्थों का सेवन करता था और अपने अनुयायियों को भी पिलाता था। स्थानीय लोगों ने बताया कि उसकी हरकतों की वजह से उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर जा चुकी थी।
फर्जी पैगंबर और डुप्लीकेट काबा मस्जिद का निर्माण
अब्दुल रज्जाक सिर्फ एक पीर होने का ही दावा नहीं करता था, बल्कि उसने खुद को पैगंबर तक घोषित कर दिया। उसका कहना था कि अल्लाह ने उसे आदेश दिया है कि वह जम्मू-कश्मीर के बारामूला में ही एक “डुप्लीकेट काबा मस्जिद” का निर्माण करे।
गौरतलब है कि काबा मस्जिद इस्लाम का सबसे पवित्र स्थल है, जहां हर साल लाखों मुस्लिम हज और उमरा के लिए जाते हैं। अब्दुल रज्जाक यह प्रचार कर रहा था कि उसकी बनाई हुई काबा मस्जिद उन गरीबों के लिए होगी, जो सऊदी अरब नहीं जा सकते।
उसने अपनी इस इमारत का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया था, और कुछ ही दिनों में इसका उद्घाटन करने वाला था। वह अपने अनुयायियों को यह विश्वास दिला चुका था कि उसकी बनाई यह मस्जिद सऊदी अरब की असली काबा मस्जिद की तरह ही पवित्र होगी।
पत्रकारों ने किया पर्दाफाश, सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल
अब्दुल रज्जाक की हरकतों की जानकारी एक स्थानीय पत्रकार तक पहुंची। पत्रकार ने अपने साथियों के साथ उसके मुरीद बनकर उसके ठिकाने पर जाने की योजना बनाई। वहां पहुंचकर उन्होंने उसके झूठ और फर्जीवाड़े को रिकॉर्ड कर लिया।
इसके बाद पत्रकारों ने उसकी सच्चाई सोशल मीडिया पर उजागर कर दी। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लोग अब्दुल रज्जाक के झूठे दावों को लेकर चर्चा करने लगे और फिर किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी।
पुलिस ने किया गिरफ्तार, फर्जी काबा मस्जिद जलाई गई
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अब्दुल रज्जाक को गिरफ्तार कर लिया। उसकी बनाई हुई फर्जी काबा मस्जिद को गुस्साए लोगों ने तोड़ दिया और उसमें आग लगा दी।
इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोगों को उसकी बनाई मस्जिद को गिराते और उसमें आग लगाते देखा जा सकता है।
मौलाना बोले: यह गैर-इस्लामी हरकत थी
इस पूरे मामले पर कश्मीर के एक मौलाना ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि इस्लाम में ऐसी किसी भी नकली मस्जिद का कोई स्थान नहीं है और यह पूरी तरह गैर-इस्लामी हरकत है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे ढोंगी बाबाओं से सावधान रहें और सच्चे धर्मगुरुओं की पहचान करें।
निष्कर्ष: धर्म की आड़ में लोगों को ठगने का खेल
अब्दुल रज्जाक का यह मामला धर्म की आड़ में लोगों को ठगने और गुमराह करने का एक और उदाहरण है। उसने खुद को संत और पैगंबर बताकर लोगों को अपने जाल में फंसाया, महिलाओं को प्रभावित किया और यहां तक कि नशीले पदार्थों का सेवन करवा कर अपना गोरखधंधा चलाया।
हालांकि, समय रहते पुलिस ने इस ढोंगी का पर्दाफाश कर उसे गिरफ्तार कर लिया। यह घटना एक चेतावनी है कि लोगों को अंधविश्वास और झूठे दावों से बचना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को देनी चाहिए।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की