चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है, जो समाज की धार्मिक और पारंपरिक सीमाओं को तोड़कर सच्चे प्यार की मिसाल पेश करती है। इस कहानी में नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले सद्दाम ने अपने प्यार के लिए ना केवल अपना धर्म बदला, बल्कि हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अपनी प्रेमिका अनु सोनी से शादी भी की।
प्यार और धर्म परिवर्तन की अनोखी दास्तान
सद्दाम, जो अब शिव शंकर सोनी के नाम से जाने जाते हैं, ने सनातन धर्म को अपनाने के बाद शिव मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर अपनी प्रेमिका अनु के साथ सात फेरे लिए। उन्होंने खुशी-खुशी सनातन धर्म की परंपराओं को अपनाते हुए यह कदम उठाया, जिससे यह कहानी समाज में एक नई सोच की प्रेरणा देती है।
10 साल पुरानी दोस्ती, जो प्यार में बदली
सद्दाम और अनु की कहानी करीब 10 साल पहले शुरू हुई थी। उनकी पहली मुलाकात दोस्ती में बदली और धीरे-धीरे यह रिश्ता प्यार में तब्दील हो गया। दोनों ने एक साथ जीवन बिताने का सपना देखा और शादी करने का फैसला किया।
परिवार की नाराजगी और संघर्ष
हालांकि, यह रिश्ता सद्दाम के परिवार को मंजूर नहीं था। शादी की बात सुनकर उनके परिवार ने सद्दाम को घर से निकाल दिया, जिससे वह बेहद परेशान हो गए। दबाव और हालातों के चलते सद्दाम ने शुरुआत में शादी से इनकार कर दिया।
कानूनी हस्तक्षेप और धर्म परिवर्तन
तीन दिन पहले अनु ने सद्दाम के खिलाफ एसपी से शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामला तूल पकड़ा। इसके बाद, रविवार को नगर थाने में सद्दाम ने अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपनाने की घोषणा की। शिव मंदिर में उन्होंने विधिवत हिंदू रीति-रिवाज से शादी की और अपनी प्रेमिका के साथ नए जीवन की शुरुआत की।
नई पहचान के साथ नई जिंदगी
शादी के बाद सद्दाम ने अपने नए नाम “शिव शंकर सोनी” को खुशी-खुशी स्वीकार किया। उनकी पत्नी अनु ने बताया कि अब वे दोनों एक नए घर में एक साथ रहेंगे और अपनी जिंदगी को नए सिरे से शुरू करेंगे।
यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जाति, धर्म, या परंपराओं की बंदिशों के कारण अपने प्यार को कुर्बान कर देते हैं। सद्दाम और अनु ने दिखा दिया कि सच्चा प्यार किसी भी सीमा को पार कर सकता है।