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15 January 2025 10:49 am

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दरोगा की लुटेरी दुल्हन का खेल: शादी, ठगी और करोड़ों का गोरखधंधा

57 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

कानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस विभाग और आम जनता को चौंका दिया है। एक लुटेरी दुल्हन ने अपनी चालाकी से न सिर्फ पुलिस दारोगा को धोखा दिया, बल्कि उससे लाखों रुपये ऐंठकर उसकी जिंदगी को तहस-नहस कर दिया। यह महिला, जो पिछले दस सालों से शादी के बहाने भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगती आ रही है, पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) के हाथों बेनकाब हो गई है।

कैसे हुआ मामला उजागर?

यह मामला कानपुर के ग्वालटोली थाने में तैनात दारोगा आदित्य कुमार लोचव से जुड़ा है, जो बीबी नगर, बुलंदशहर के रहने वाले हैं। आदित्य ने 17 फरवरी 2024 को मेरठ के मवाना क्षेत्र की रहने वाली दिव्यांशी चौधरी से शादी की थी। 2019 बैच के सब-इंस्पेक्टर आदित्य के परिवार में उनके दिव्यांग भाई और माता-पिता भी हैं। शादी दिव्यांशी के ताऊ ने करवाई थी।

शादी के बाद दिव्यांशी का व्यवहार संदिग्ध था। वह बीएड और सीटेट की तैयारी का बहाना बनाकर ससुराल में रुकने से इनकार करती थी। साथ ही, वह गूगल पे और फोन-पे जैसे ऐप के माध्यम से पैसे मांगती थी और सुबह ऐप्स को डिलीट कर देती थी, ताकि कोई सबूत न मिले।

मोबाइल ने खोली पोल

चार महीने पहले, दिव्यांशी का मोबाइल आदित्य के हाथ लग गया। मोबाइल की जांच करने पर उसे दिव्यांशी के 10 से ज्यादा बैंक खातों और करोड़ों रुपये के लेनदेन का पता चला। इसके बाद दिव्यांशी घर से झगड़कर मायके चली गई।

10 जनवरी 2025 को, दिव्यांशी ने बुलंदशहर स्थित आदित्य के घर में ताला तोड़कर सामान लूट लिया और घर पर कब्जा कर लिया। घटना की शिकायत आदित्य ने बुलंदशहर SSP और कानपुर कमिश्नरेट पुलिस से की, जिसमें सीसीटीवी फुटेज भी पेश किया गया।

SIT की जांच और सच्चाई का खुलासा

इस मामले की जांच SIT को सौंपी गई। SIT प्रमुख सृष्टि सिंह ने जांच में पाया कि दारोगा आदित्य के आरोप सही हैं। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दिव्यांशी न सिर्फ आदित्य बल्कि तीन अन्य व्यक्तियों को भी अपना शिकार बना चुकी है।

दिव्यांशी ने 10 सालों में चार शादियां कीं। उसने हर बार शादी के बाद अपने पति पर झूठे आरोप लगाए, मुकदमे दर्ज कराए, और फिर लाखों रुपये लेकर समझौता किया।

अन्य शिकार और करोड़ों का लेनदेन

दिव्यांशी ने आदित्य से पहले मेरठ के दारोगा प्रेम राज पुष्कर, पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर आशीष राज, और मेरठ मवाना के बैंक मैनेजर अमित गुप्ता को ठगा। इन मामलों में उसने झूठे मुकदमे दर्ज कराए, फिर समझौते के नाम पर लाखों रुपये ऐंठे।

SIT जांच में दिव्यांशी के बैंक खातों से करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ है।

आगे की कार्रवाई

दिव्यांशी के खिलाफ ग्वालटोली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। SIT की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है, और दिव्यांशी की ठगी के खेल का पूरा पर्दाफाश हो गया है।

यह मामला न केवल पुलिस और प्रशासन के लिए एक चुनौती है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। शादी जैसे पवित्र रिश्ते को धोखाधड़ी का जरिया बनाकर दिव्यांशी ने कई परिवारों को बर्बाद किया। अब कानून उसके अपराधों का हिसाब लेगा।

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