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11 January 2025 2:19 pm

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मुस्लिम महिलाओं के साथ हुई हैवानियत! मौलाना महमूद मदनी ने खूब बखिया उधेडी सरकार की

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संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट

कुशीनगर। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर कुशीनगर जिले के थाना नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के मौजा रामपुर लोकरिया गांव में 2 जनवरी 2025 को हुई दर्दनाक और शर्मनाक घटना पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

मौलाना मदनी ने अपने पत्र में लिखा है कि इस गांव में रहने वाले एक मुस्लिम परिवार की तीन महिलाओं पर गांव के दो दर्जन से अधिक लोगों ने लाठी-डंडों से हमला किया। इस दौरान इन महिलाओं को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया और उनके घर के सामान को आग के हवाले कर दिया गया।

महिलाओं पर हुए अमानवीय अत्याचार

पीड़ित महिलाओं ने मीडिया को दिए अपने बयान में बताया कि हमलावरों ने न केवल उन्हें शारीरिक और मानसिक यातनाएं दीं, बल्कि निर्वस्त्र कर उन्हें जलाने की भी कोशिश की। इस भयावह स्थिति से बचने के लिए महिलाएं पड़ोसी गांव में भागने पर मजबूर हुईं। वहां स्थानीय लोगों ने उनकी मदद की और पहनने के लिए कपड़े उपलब्ध कराए।

पुलिस का उदासीन रवैया

मौलाना मदनी ने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई है कि घटना के एक सप्ताह बाद भी स्थानीय पुलिस की कार्यवाही बेहद लापरवाही भरी रही। थाने के एसएचओ ने इस गंभीर मामले को बिना जांच के ही निराधार बताते हुए खत्म करने की कोशिश की।

ग्राम प्रधान राजू सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की है कि महिलाओं के साथ बेहद निर्दयता बरती गई। इसके बावजूद पुलिस ने पीड़ित परिवार के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। आरोप लगाया गया है कि इस परिवार ने दलित समुदाय की एक महिला को भागने में मदद की, लेकिन महिलाओं को निर्वस्त्र करने और उनके साथ की गई क्रूरता पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

महिलाओं के सम्मान का सवाल: मौलाना मदनी की अपील

मौलाना मदनी ने अपने पत्र में कहा कि किसी भी धर्म या वर्ग से संबंधित महिलाओं का सम्मान पूरे देश का सम्मान है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को एक अलग पत्र में विशेष रूप से लिखा कि एक महिला होने के नाते वे इन पीड़ित महिलाओं की पीड़ा को समझ सकती हैं।

मौलाना ने कहा कि यह घटना न केवल पीड़ित महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि यह समाज में महिलाओं की गरिमा का खुला अपमान भी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसा घिनौना अपराध करने वालों को दंडित करना जरूरी है ताकि समाज में यह संदेश जाए कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

न्याय और पुनर्वास की मांग

मौलाना मदनी ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मांग की है कि:

1. घटना की निष्पक्ष और तुरंत जांच कराई जाए।

2. दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

3. पीड़ित महिलाओं को परामर्श और कानूनी मदद प्रदान की जाए।

4. उनके पुनर्वास के लिए कदम उठाए जाएं।

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं पर पुलिस और प्रशासन की चुप्पी जनता का कानून और व्यवस्था पर विश्वास कमजोर करती है। उन्होंने राज्यपाल से मामले में हस्तक्षेप कर पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने की अपील की ताकि समाज में कानून का राज स्थापित हो सके।

समाज में कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास का आह्वान

मौलाना मदनी ने चेताया कि अगर इस तरह की घटनाओं पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समाज के लिए अत्यंत खतरनाक संकेत होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं की गरिमा और सम्मान बनाए रखने के लिए न्याय सुनिश्चित करना अनिवार्य है।

इस घटना ने एक बार फिर से समाज में व्याप्त महिलाओं के खिलाफ हिंसा और प्रशासन की उदासीनता पर सवाल खड़ा कर दिया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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