चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
आगरा। पुलिस विभाग को अक्सर यह आरोप झेलना पड़ता है कि उसके कर्मी आम लोगों से अभद्र भाषा में बात करते हैं और उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते। खासकर, जब कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर पुलिस थाने जाता है, तो कई मामलों में उसे पुलिसकर्मियों के खराब व्यवहार का सामना करना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए, उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने आम जनता के प्रति अपने व्यवहार में सुधार लाने के उद्देश्य से एक नई पहल की शुरुआत की है।
पुलिस कमिश्नर ने जारी किए निर्देश
आगरा के पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पुलिस कर्मी आम नागरिकों से बातचीत में सम्मानजनक भाषा का उपयोग करें। अब से पुलिसकर्मी किसी भी व्यक्ति को ‘तू’ या ‘तुम’ कहकर संबोधित करने के बजाय ‘आप’ का इस्तेमाल करेंगे। इसके अतिरिक्त, पुलिस कर्मी फोन उठाते समय ‘नमस्ते’ कहकर अभिवादन करेंगे। यह कदम पुलिस और जनता के बीच विश्वास और पारस्परिक सम्मान को बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी
आम लोगों से पुलिस के व्यवहार पर नजर रखने के लिए आगरा के सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों के माध्यम से पुलिसकर्मियों के आचरण की निगरानी की जाएगी। यदि किसी पुलिसकर्मी का व्यवहार निर्देशों के अनुरूप नहीं पाया जाता है, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
थानों को बनाया जा रहा हाईटेक
आगरा पुलिस ने कुछ वर्षों पहले कमिश्नरेट बनने के बाद कई सुधार किए हैं। थानों की इमारतों की मरम्मत और आधुनिकीकरण के साथ ही पुलिस कर्मियों को आधुनिक उपकरणों और तकनीकों से लैस किया गया है। अब पुलिस विभाग ने अपने कर्मियों के व्यवहार में सुधार लाने के लिए 21 बिंदुओं वाली एक ‘शिष्टाचार संवाद नीति’ लागू की है। यह नीति सुनिश्चित करेगी कि थानों में आने वाले फरियादियों को पूरा सम्मान मिले और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाए।
आगरा: देश-विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं
आगरा को ‘ताज नगरी’ के रूप में दुनिया भर में पहचान मिली है। हर साल लाखों पर्यटक ताजमहल और अन्य ऐतिहासिक धरोहरों को देखने आते हैं। इस दौरान कई घटनाएं होती हैं, जिनमें पर्यटकों या स्थानीय लोगों को पुलिस की मदद की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन पुलिस के व्यवहार से जुड़े कई मामलों ने विभाग की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। इसे सुधारने के लिए पुलिस कमिश्नर ने इस नई पहल की शुरुआत की है।
जनता के साथ बेहतर संवाद की दिशा में प्रयास
पुलिस कमिश्नर का मानना है कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास और पारस्परिक सम्मान को बढ़ाने के लिए पुलिस कर्मियों का व्यवहार अत्यंत महत्वपूर्ण है। थानों और चौकियों में आने वाले लोगों को उचित सम्मान और मदद मिलनी चाहिए। इस नई पहल के तहत पुलिस को न केवल अपना व्यवहार सुधारने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, बल्कि उनके आचरण पर सतत निगरानी भी रखी जाएगी।
आम जनता को मिलेगा लाभ
इस नई नीति के तहत आगरा पुलिस जनता के साथ अधिक संवेदनशील और सम्मानजनक तरीके से पेश आएगी। उम्मीद है कि इस कदम से पुलिस और जनता के बीच की दूरी कम होगी और पुलिस महकमे की छवि में सुधार आएगा।
पुलिस के इस सराहनीय कदम का उद्देश्य आगरा को एक ऐसा उदाहरण बनाना है, जहां जनता को पुलिस से न केवल न्याय बल्कि सम्मान भी मिले।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."