कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सोमवार को शहर के कई इलाकों में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस अभियान के तहत चौक, सआदतगंज, चिनहट, गुड़म्बा और गोमती नगर में कुल 6 अवैध निर्माणों को सील कर दिया गया।
सआदतगंज और चौक में कार्रवाई
प्रवर्तन जोन-7 के जोनल अधिकारी राजीव कुमार ने जानकारी दी कि सआदतगंज इलाके में पुराना चबूतरा चौराहा के पास इसरार अहमद और अन्य लोगों ने 100 वर्गमीटर क्षेत्र में व्यावसायिक इमारत का निर्माण शुरू कर दिया था। इसके अलावा, चौक स्थित पुरानी सब्जी मंडी में बब्बू, फैनू और अकील द्वारा निर्मला हैंडीकेयर के सामने 500 वर्गमीटर में एक अवैध इमारत का निर्माण किया जा रहा था। ये दोनों निर्माण कार्य बिना LDA से मानचित्र स्वीकृति के चल रहे थे। न्यायालय के आदेशों के बाद LDA की प्रवर्तन टीम ने इन दोनों इमारतों को सील कर दिया।
चिनहट और गुड़म्बा में सीलिंग की कार्रवाई
प्रवर्तन जोन-5 के जोनल अधिकारी रवि नंदन सिंह के नेतृत्व में चिनहट और गुड़म्बा में भी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की गई। गुड़म्बा के ग्राम दसौली में इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के पास इस्तियाक और अन्य लोगों द्वारा 350 वर्गमीटर क्षेत्र में एक पांच मंजिला अवैध इमारत बनाई जा रही थी। इसी प्रकार, चिनहट के तिवारीगंज स्थित आतिफ विहार में विपिन सिंह और अन्य द्वारा 240 वर्गमीटर क्षेत्र में चार मंजिला अवैध भवन का निर्माण किया जा रहा था। ये निर्माण भी बिना मानचित्र स्वीकृति के हो रहे थे, जिन्हें न्यायालय के निर्देश पर सील कर दिया गया।
गोमती नगर में पुनः सीलिंग
प्रवर्तन जोन-1 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि गोमती नगर के विशाल खंड में भूखंड संख्या 3/499 और 3/497 पर सरोज प्रसाद और नीतू द्वारा 300 वर्गमीटर में अवैध निर्माण हो रहा था। इन निर्माणों को पहले ही सील किया गया था, लेकिन विरोधियों ने अवैध रूप से सील तोड़कर फिर से निर्माण और फिनिशिंग का कार्य शुरू कर दिया। इस पर कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन टीम ने इन दोनों इमारतों को पुनः सील कर दिया।
सख्त निगरानी का संदेश
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) द्वारा की गई इन कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि अब बिना अनुमति और मानचित्र स्वीकृति के निर्माण कार्यों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। ये कदम न केवल शहर में अवैध निर्माण पर अंकुश लगाएंगे, बल्कि भविष्य में अन्य लोगों को भी अवैध निर्माण से रोकने का काम करेंगे।
प्राधिकरण का यह अभियान बताता है कि लखनऊ शहर को अवैध निर्माणों से मुक्त कर एक सुव्यवस्थित और नियमों के अनुरूप विकसित करने की दिशा में ठोस प्रयास जारी हैं।