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19 December 2024 5:58 am

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नौकरी दिलाने के नाम पर फूफा ने ठगे 4 लाख तो भतीजे ने किया ऐसा… 

112 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

गाजीपुर में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और फर्जीवाड़े के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी तरह का एक ताजा मामला रामपुर माझा थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां एक युवक को सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर उसके फूफा और अन्य परिचितों ने चार लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने युवक को जॉइनिंग लेटर तक दिया, लेकिन जब वह जॉइनिंग के लिए पहुंचा, तो पता चला कि लेटर पूरी तरह से फर्जी है। मामले में पीड़ित युवक ने अपने फूफा सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।

सेना में भर्ती के नाम पर ठगी

पीड़ित युवक का नाम शेषनाथ यादव है, जो ग्राम रसूलपुर, थाना रामपुर माझा का निवासी है। शेषनाथ ने बताया कि वह अपने फूफा अवधेश यादव के घर गया था, जो नंदगंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव में रहते हैं। वहीं अवधेश यादव ने उसे बताया कि उनका बेटा अभिषेक यादव का एक दोस्त सेना में भर्ती करवाने का काम करता है। उन्होंने दावा किया कि इस दोस्त के पिता मेजर से रिटायर हुए हैं। भर्ती के लिए 50,000 रुपये की मांग की गई।

शेषनाथ यादव, अपने दोस्त देवेंद्र यादव के साथ 17 मई 2022 को दिल्ली गया। दिल्ली में अखिलेश के दोस्त और दो अन्य लोग उनसे मिले और 50,000 रुपये की मांग की। देवेंद्र ने 50,000 रुपये नकद दिए, जबकि शेषनाथ ने 50,000 रुपये अपने बैंक खाते से ट्रांसफर किए।

मेडिकल और फर्जी कॉल लेटर

इसके बाद डॉ. गवार हॉस्पिटल, नई दिल्ली में उनका मेडिकल करवाया गया। मेडिकल के बाद उन्हें घर वापस भेज दिया गया। कुछ दिनों बाद शेषनाथ और देवेंद्र को मोबाइल पर कॉल लेटर भेजा गया। उन्हें बताया गया कि कोलकाता के बैरकपुर में जॉइनिंग करनी है और आधा पैसा वहीं देना होगा।

3 जून 2022 को दोनों युवक कोलकाता पहुंचे। वहां शेषनाथ ने चेक के माध्यम से दो लाख रुपये और 50,000 रुपये नकद अभिषेक के घर पर दिए। देवेंद्र ने भी तीन लाख रुपये नकद दिए। इसके बाद दोनों ने ट्रेन पकड़कर कोलकाता की यात्रा की।

फर्जीवाड़े का खुलासा

कोलकाता पहुंचने के बाद, दोनों युवक एक होटल में रुके। उन्हें जॉइनिंग लेटर दिया गया और कहा गया कि बुलाने पर रिपोर्ट करनी होगी। लेकिन जब उन्होंने उस जॉइनिंग लेटर की जांच करवाई, तो पता चला कि वह पूरी तरह से फर्जी है।

इस ठगी का एहसास होने पर देवेंद्र यादव ने शिकायत की, जिसके बाद देवेंद्र के पैसे लौटा दिए गए। लेकिन शेषनाथ को उसका पैसा वापस नहीं मिला। ठगी से आहत शेषनाथ ने रामपुर माझा थाने में अपने फूफा अवधेश यादव, उनके बेटे अभिषेक यादव, विवेक यादव, मिथिलेश यादव और कविता यादव के खिलाफ तहरीर दी।

पुलिस जांच में जुटी

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। गाजीपुर में इस तरह के फर्जीवाड़े के मामलों की बढ़ती संख्या से लोगों में आक्रोश और चिंता बढ़ गई है। पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद है, वहीं पुलिस इस जालसाजी में शामिल सभी आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है।

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