आर्य संतोष कुमार वर्मा की रिपोर्ट
जबलपुर से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है, जहां चोरों ने चोरी किए गए लाखों के गहनों को नर्मदा नदी के विसर्जन कुंड में फेंककर छिपाने का अनोखा तरीका अपनाया। पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद इस मामले का खुलासा किया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद खुलासा
शहर में लगातार बढ़ती चोरी की घटनाओं ने पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर दी थी। मामले को सुलझाने के लिए जबलपुर पुलिस ने शहर के करीब 1000 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसके बाद पुलिस को एक बड़े सुराग के रूप में माढ़ोताल थाना क्षेत्र के पटेल नगर में रहने वाले शातिर चोर प्रेमनाथ मल्लाह तक पहुंचने में सफलता मिली।
चोरों का तरीका: चोरी के बाद गहनों को विसर्जन कुंड में फेंकना
पुलिस ने मल्लाह के साथ उसके नाबालिग बेटे और एक अन्य साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने शहर के अलग-अलग इलाकों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि चोरी के बाद गहनों को गौरी घाट के भटौली विसर्जन कुंड में फेंक दिया जाता था।
आरोपियों का कहना था कि उन्हें शक रहता था कि चोरी किए गए गहने आर्टिफिशियल हो सकते हैं। इसके अलावा, पुलिस की जांच से बचने के लिए उन्होंने इस तरीके को अपनाया।
पुलिस और SDERF ने चलाया सर्च ऑपरेशन
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने स्पेशल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDERF) के साथ मिलकर भटौली विसर्जन कुंड में सर्च ऑपरेशन चलाया। यह ऑपरेशन ठीक वैसे ही चलाया गया जैसे किसी व्यक्ति के डूबने पर बचाव अभियान चलाया जाता है। घंटों की मेहनत के बाद पुलिस ने कुंड से लाखों के सोने के गहनों को बरामद किया।
कुंड से बरामद हुए कीमती गहने
सर्च ऑपरेशन के दौरान टीम को सोने के हार, कंगन, झुमके और अन्य जेवर बरामद हुए हैं। इनकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है। पुलिस को संदेह है कि कुंड में अभी और भी कीमती गहने छुपे हो सकते हैं। इस वजह से आगे भी इसी तरह के सर्च ऑपरेशन चलाने की योजना बनाई जा रही है।
भटौली विसर्जन कुंड का उपयोग चोरों ने छिपने के लिए किया
गौरी घाट का यह भटौली विसर्जन कुंड मूल रूप से नवरात्रि और गणेश उत्सव के दौरान मूर्ति विसर्जन के लिए बनाया गया था। लेकिन चोरों ने इसे अपने चोरी के माल को छिपाने का जरिया बना लिया।
चोरों से अन्य वारदातों का खुलासा जारी
पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि इनसे शहर में हुई अन्य चोरी की वारदातों के बारे में भी अहम जानकारी मिल सकती है। इस घटना ने जहां पुलिस की सतर्कता और मेहनत को साबित किया है, वहीं चोरों की चालाकी का भी हैरतअंगेज खुलासा किया है।
पुलिस और SDERF की इस सफलता से न केवल चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा, बल्कि चोरी का माल सही हाथों तक पहुंचाने की राह भी साफ हुई है।