सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बांदा जिले के कालिंजर थाना क्षेत्र के मसौनी गांव में दबंगों के आतंक का मामला सामने आया है। पीड़ित गुजौल ने पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल को प्रार्थनापत्र देकर आरोप लगाया है कि गांव के कुछ दबंगों ने उस पर चाकू से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना के बाद पीड़ित ने कालिंजर थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज नहीं किया और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की।
घटना के बाद अस्पताल में भर्ती हुआ पीड़ित
हमले में घायल पीड़ित को इलाज के लिए फुजैल मेडिकल कॉलेज में भर्ती होना पड़ा। पीड़ित का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण दबंगों का हौसला बढ़ता जा रहा है।
डबल बैरल बंदूक के साथ दी जान से मारने की धमकी
पीड़ित ने आरोप लगाया कि घटना के बाद भी दबंगों का आतंक जारी है। 21 नवंबर 2024 की रात करीब 10 बजे, आरोपी डबल बैरल बंदूक के साथ पीड़ित के घर पहुंचे और उसे धमकी दी। उन्होंने कहा, “मुकदमे में राजी हो जाओ, नहीं तो अगर हम जेल गए तो तुम्हें और तुम्हारे भांजे उजेन को गोली मार देंगे।”
दबंगों का आपराधिक इतिहास
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। थाने से न्याय न मिलने के कारण पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
पुलिस अधीक्षक ने दिया न्याय का भरोसा
पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय स्तर पर पुलिस की निष्क्रियता पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण दबंगों का आतंक बढ़ता जा रहा है। अब देखना होगा कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशों के बाद दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है और पीड़ित को कब न्याय मिलता है।
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में कानून व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। पीड़ित और उसके परिवार को दबंगों के आतंक से राहत दिलाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है।