कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जलेसर कस्बे में सोमवार को दरगाह के पास जमीन को लेकर बड़ा विवाद हो गया। यह मामला हजरत इब्राहिम दरगाह के पास की 24 बीघा जमीन से जुड़ा है, जिसे लेकर दो समुदायों के बीच तीखा तनाव उत्पन्न हो गया।
विवाद इतना बढ़ा कि पत्थरबाजी और हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया, और स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने सख्त कदम उठाए।
क्या है विवाद का कारण?
जलेसर के नकटा कुआं मोहल्ले में स्थित एक जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ। यह जमीन अनिल कुमार उपाध्याय, राजेश, और रमेश चंद्र आदि की पैतृक संपत्ति है, जिसे वक्फ की जमीन बताकर दूसरे पक्ष ने कब्जा करने की कोशिश की। विवाद तब भड़क गया जब जमीन मालिकों ने उस जमीन पर चारदीवारी बनाने का कार्य शुरू किया। रविवार शाम को अग्रयान मोहल्ले के रफीक नामक व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचकर चारदीवारी को गिरा दिया।
विरोध करने पर जमीन मालिकों के वाहनों में तोड़फोड़ की गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। तहसील और राजस्व विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, विवादित जमीन निजी काश्तकारी भूमि है, जिसे वक्फ की जमीन बताकर विवाद खड़ा किया गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने 16 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इसमें दो मुख्य आरोपी, रफीक और फरमान उर्फ बंटी, को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ड्रोन से सर्वेक्षण में चौंकाने वाले खुलासे
हंगामे के बाद इलाके में ड्रोन से सर्वेक्षण कराया गया। फुटेज में कई घरों की छतों पर पत्थरों, ईंटों, और लाठियों का बड़ा ढेर पाया गया। इसके बाद पुलिस ने घर-घर जाकर चेकिंग अभियान चलाया और संदिग्ध सामग्रियों को जब्त किया।
प्रशासन का बयान
जलेसर के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) नीतेश गर्ग और थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सुधीर राघव ने भारी पुलिस बल के साथ इलाके में गश्त की। एसडीएम विपिन कुमार मोरल ने स्पष्ट किया कि विवादित जमीन राजस्व अभिलेखों में निजी काश्तकारों के नाम दर्ज है और पूर्व में भी इस जमीन की पैमाइश दरगाह कमेटी की उपस्थिति में हो चुकी है।
स्थिति फिलहाल नियंत्रण में
वर्तमान में इलाके में तनाव बना हुआ है, लेकिन पुलिस बल की तैनाती के बाद स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। प्रशासन ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।