अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के जंजीरहा गांव में ग्राम प्रधान और कुख्यात शराब तस्कर अजीत सिंह उर्फ जड़ी की हत्या के मामले में मुख्य अभियुक्त राजू चौरसिया और दरोगा कुशवाहा को बिहार पुलिस ने सोमवार को देवरिया न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दोनों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है, लेकिन यूपी पुलिस को पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
हाजीपुर में शराब के साथ गिरफ्तार हुए आरोपी
अजीत सिंह की हत्या के बाद मुख्य आरोपी राजू चौरसिया और दरोगा कुशवाहा फरार थे। यूपी पुलिस और एसओजी की टीमों ने दोनों की तलाश में बिहार के कई इलाकों में दबिश दी। 9 नवंबर को बिहार के हाजीपुर में दोनों को भारी मात्रा में शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद से ही वे हाजीपुर जेल में बंद थे।
हत्या की वजह का खुलासा रिमांड के बाद संभव
31 अक्टूबर की रात बनकटा थाना क्षेत्र के सोहनपुर बाजार में ग्राम प्रधान अजीत सिंह की जुआ खेलते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद मृतक के पिता ध्रुव जी सिंह ने चार नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इस मामले में अब तक कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन हत्या के पीछे की असली वजह और साजिश का खुलासा मुख्य आरोपियों की कस्टडी रिमांड के बाद ही हो पाएगा।
पुलिस का प्रयास: रिमांड पर मिल सकता है बड़ा सुराग
बनकटा थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय ने फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। यूपी पुलिस अब पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए प्रयासरत है। रिमांड मिलने के बाद हत्या की पूरी साजिश का खुलासा हो सकेगा। साथ ही अन्य संभावित अभियुक्तों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
अब तक की कार्रवाई
हत्या के दिन जुआ खेलने के स्थान का मालिक पंकज जायसवाल और रेकी करने वाले आरोपियों प्रदीप और दीपक मद्धेशिया को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पुलिस हत्या से जुड़े हर सुराग को जोड़ने के लिए प्रयास कर रही है और मुख्य आरोपियों से पूछताछ के जरिए अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाने की तैयारी में है।
प्रधान की हत्या से ग्रामीणों में दहशत
ग्राम प्रधान अजीत सिंह की हत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। अजीत सिंह न केवल गांव के प्रधान थे, बल्कि शराब तस्करी के मामलों में भी कुख्यात थे। उनकी हत्या को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, जिनकी पुष्टि रिमांड के दौरान पूछताछ से हो सकती है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।
इस घटना ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था को चुनौती दी है, बल्कि इलाके में अपराधियों की सक्रियता को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन के मुताबिक, अपराधियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।