अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
बलरामपुर जिले के उतरौला विकास खंड में नरेगा योजना के तहत सरकारी धन के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। सूत्रों के मुताबिक, यहां फर्जी मास्टर रोल तैयार कर और फर्जी फोटो अपलोड कर योजनाओं में घोटाला किया जा रहा है। इस पूरे प्रकरण में एपीओ (असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर) पर प्रमुख भूमिका निभाने के आरोप लग रहे हैं।
ग्राम पंचायतों में फर्जी मास्टर रोल का खेल
सूत्रों का कहना है कि उतरौला के ग्राम पंचायतों में नरेगा योजना के तहत काम के लिए फर्जी मास्टर रोल भरे जा रहे हैं। मजदूरों की फर्जी सूची तैयार कर उनके नाम पर सरकारी धन निकाला जा रहा है। इस प्रक्रिया में फर्जी फोटो अपलोड करना भी आम बात बन गई है।
एपीओ पर कमीशनखोरी का आरोप
बताया जा रहा है कि एपीओ उतरौला, ग्राम प्रधानों और अन्य संबंधित व्यक्तियों के साथ मिलीभगत कर नरेगा योजना में बड़े पैमाने पर घोटाला कर रहे हैं। कमीशनखोरी के चक्कर में विकास कार्यों की अनदेखी की जा रही है और सरकारी धन का बंदरबांट हो रहा है।
मुख्यमंत्री के दौरों के बावजूद भ्रष्टाचार जारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बार-बार बलरामपुर दौरे और भ्रष्टाचार पर सख्ती के बावजूद उतरौला में नरेगा योजना में गड़बड़ियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सूत्रों का कहना है कि एपीओ के कार्यकाल में इस भ्रष्टाचार में और तेजी आई है।
मुख्यमंत्री के समक्ष उठेगा मामला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगामी बलरामपुर दौरे के दौरान इस घोटाले का मामला उनके समक्ष उठाने की तैयारी की जा रही है। स्थानीय लोग और जागरूक नागरिक चाहते हैं कि इस भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
जनता में रोष
नरेगा योजना का उद्देश्य गरीब और बेरोजगार लोगों को रोजगार प्रदान करना है, लेकिन भ्रष्टाचार के चलते इसका लाभ जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इस घोटाले के कारण जनता में भारी आक्रोश है और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार इस पर त्वरित कार्रवाई करेगी। (समाचार सूत्रों के आधार पर)