नौशाद अली की रिपोर्ट
गोण्डा जिले की जिलाधिकारी (डीएम) नेहा शर्मा ने सरकारी स्कूल में व्याप्त अव्यवस्था पर त्वरित और सख्त कार्रवाई की है। रुपईडीह विकासखंड के कम्पोजिट विद्यालय पकड़ी मारुडीह में अव्यवस्था की शिकायत सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आने के बाद डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत जांच के आदेश दिए। जांच के बाद स्कूल की प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर ब्लॉक संसाधन केंद्र, रुपईडीह से संबद्ध कर दिया गया है। इसके अलावा, जिला समन्वयक निर्माण को चेतावनी देकर भविष्य में ऐसी लापरवाही न होने की सख्त हिदायत दी गई है।
शिकायत और जांच प्रक्रिया
शिकायत में बताया गया था कि विद्यालय में कई तरह की खामियां मौजूद हैं। डीएम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को तत्काल जांच कराने का निर्देश दिया। 11 नवंबर 2024 को बीएसए के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी, रुपईडीह, और जिला समन्वयक निर्माण ने विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में गंभीर खामियां सामने आईं, जिनमें छात्रों की बेहद कम उपस्थिति, परिसर में गंदगी, शिक्षकों का असंतोषजनक प्रदर्शन, और मध्याह्न भोजन की खराब गुणवत्ता प्रमुख थीं।
इसके अलावा, विद्यालय भवन जर्जर स्थिति में पाया गया, जो छात्रों की सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ था। प्रशासनिक स्तर पर भी कई अनियमितताएं उजागर हुईं।
डीएम का सख्त रुख
जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम नेहा शर्मा ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया। इसके साथ ही, जिला समन्वयक निर्माण को चेतावनी दी गई कि भविष्य में शिक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने स्पष्ट किया कि शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आगे की जांच
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि इस मामले की विस्तृत जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी इटियाथोक को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जांच में यदि और खामियां उजागर होती हैं, तो संबंधित दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा व्यवस्था में सुधार सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही या उदासीनता को सख्ती से निपटाया जाएगा।