जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। शहर कोतवाली पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान मुखबिर की सूचना पर एक बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के गिलट बाजार निवासी किशन सोनकर को नौकरी दिलाने के नाम पर 1 लाख 75 हजार रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से तलाशी के दौरान नकली मुहर भी बरामद की गई है।
क्या है पूरा मामला?
शहर कोतवाल शशिमौलि पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि मऊ जिले के छपरा थाना क्षेत्र के अमिरहा गांव निवासी संतोष कुमार सिंह, 2 मई को किसी काम से आजमगढ़ आए थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात आरोपी किशन सोनकर से हुई, जो खुद को एमएसीटी (मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण) से जुड़ा हुआ बताता था। बातचीत के दौरान, किशन ने संतोष कुमार को भरोसे में लेते हुए उन्हें नौकरी का झांसा दिया। उसने दावा किया कि वह उन्हें एमएसीटी कोर्ट में अच्छी नौकरी दिला सकता है। इसके लिए उसने इलाहाबाद से जारी किया गया एक फर्जी पत्र दिखाया और 3 लाख रुपये में नौकरी पक्की कराने का आश्वासन दिया।
पीड़ित से कैसे हुई ठगी?
आरोपी की बातों में आकर संतोष कुमार ने किशन सोनकर को 1 लाख 25 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए और बाकी 50 हजार रुपये नकद दिए। इसके बाद, आरोपी संतोष कुमार को लगातार अलग-अलग नौकरी के पत्र दिखाता रहा और जल्द ही ज्वाइनिंग कराने का भरोसा देता रहा। आखिरकार, 17 मई को किशन ने संतोष कुमार को नियुक्ति पत्र सौंपा।
फर्जी नियुक्ति पत्र का खुलासा
संतोष कुमार जब नियुक्ति पत्र लेकर आजमगढ़ के मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण कार्यालय पहुंचे, तो वहां के कर्मचारी और बाबू ने स्पष्ट किया कि यह नियुक्ति पत्र उनके कार्यालय द्वारा जारी नहीं किया गया है। यह पूरी तरह से फर्जी था। इसे देखकर संतोष कुमार को ठगी का अहसास हुआ।
आरोपी के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
इस मामले की जानकारी मिलने पर अनिल कुमार राय, जो कि न्यायालय में कनिष्ठ सहायक हैं, ने पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ शहर कोतवाली में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए किशन सोनकर को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान आरोपी के पास से नकली मुहर भी बरामद की गई, जिसका इस्तेमाल वह फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करने में करता था।
आरोपी भेजा गया जेल
पुलिस ने आरोपी किशन सोनकर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले की विस्तृत जांच अभी जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आरोपी ने कितने और लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है।
पुलिस की अपील
शहर कोतवाली पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों में आकर नौकरी के नाम पर पैसे न दें। इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए सरकारी कार्यालयों में सीधे संपर्क करें और नियुक्ति पत्र की वैधता की जांच अवश्य कराएं।