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November 22, 2024 10:19 am

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वलीमे कार्यक्रम में “गोश्त” के टुकड़े के लिए खूब चले लाठी डंडे, चाकूबाजी में लोग हुए घायल, पढिए क्या है मामला

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चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में एक वलीमा कार्यक्रम के दौरान गोश्त के टुकड़ों को लेकर हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। यह घटना मटेरा थाना क्षेत्र के किशुनपुर गांव की है, जहां चाकू, छूरी और लाठी-डंडों से हमला हुआ, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

क्या है पूरा मामला?

किशुनपुर गांव निवासी मोहम्मद शरीफ के बेटे सोनू का विवाह चिलवरिया गांव की लड़की से तय हुआ था। निकाह के बाद बारात चार नवंबर को आई और पांच नवंबर को वलीमा (दावत-ए-वलीमा) का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के लिए मोहम्मद शरीफ ने एक स्थानीय कसाई (चिकवा) से बकरे और मुर्गे का मीट खरीदने की बात की थी।

हालांकि, बातचीत के बाद शरीफ ने दूसरे कसाई से मीट खरीदने का फैसला किया क्योंकि उसने कम दाम में मीट देने का प्रस्ताव दिया था। इस फैसले से पहला कसाई नाराज हो गया और उसने इसे अपनी बेइज्जती मान लिया।

बवाल की शुरुआत कैसे हुई?

वलीमा का कार्यक्रम पांच नवंबर को बिना किसी परेशानी के संपन्न हो गया, लेकिन पुरानी खुन्नस के चलते, पहले वाले कसाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर शुक्रवार, यानी आठ नवंबर की शाम को मोहम्मद शरीफ के घर पर हमला बोल दिया।

आरोप है कि इस हमले में कसाई और उसके साथियों ने धारदार छूरी और लाठियों का इस्तेमाल किया। अचानक हुए इस हमले में मोहम्मद शरीफ, उनका बेटा सोनू और एक अन्य व्यक्ति मतीन गंभीर रूप से घायल हो गए।

मामले पर पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मटेरा थाने के थानाध्यक्ष ने बताया कि पीड़ित मोहम्मद शरीफ की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

उधर, हमले के बाद कसाई ने भी पलटवार करते हुए रिसिया थाने में मोहम्मद शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय लोगों में भय का माहौल

इस विवाद के बाद से किशुनपुर गांव में तनाव का माहौल है। गांव के लोग इस घटना को लेकर डरे हुए हैं और इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति को नियंत्रित रखा जा सके।

वलीमा जैसे खुशी के मौके पर खून-खराबा क्यों?

ग्रामीणों का कहना है कि यह पूरा विवाद केवल मीट खरीदने को लेकर था। पहले कसाई को लगा कि मोहम्मद शरीफ ने उससे मीट न खरीदकर उसकी बेइज्जती की है। इस छोटी सी बात ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि बात जानलेवा हमले तक पहुंच गई।

पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि गांव में दोबारा ऐसी घटनाएं न हों।

यह घटना इस बात की मिसाल है कि छोटी-छोटी बातों पर भी लोग हिंसा पर उतर आते हैं। जहां एक ओर वलीमा जैसे शुभ अवसरों पर खुशियां बांटी जाती हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं समाज में आपसी सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाती हैं। अब देखना यह है कि पुलिस की जांच और कानूनी कार्रवाई इस मामले को कैसे सुलझाती है।

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