हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नवसृजन मंच द्वारा आयोजित ‘बिटिया जन्मोत्सव’ कार्यक्रम में 151 नवजात बेटियों के माता-पिता का सम्मान किया गया। यह आयोजन बेटी के जन्म को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया, जिसमें 10 दिन से लेकर 6 माह तक की बच्चियों को गोद में लिए माता-पिता शामिल हुए।
नवसृजन मंच के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने बताया कि यह कार्यक्रम पिछले 8 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है, जिसके माध्यम से हजारों परिवारों को सम्मानित किया गया है।
आयोजन रायपुर के वृंदावन हाल सभागार में हुआ, जिसमें महिला आयोग की सदस्य लक्ष्मी बघेल, महिला पुलिस अधिकारी प्रियंका शर्मा, मधु अरोरा, आभा मिश्रा, और डॉ. नम्रता सिरमौर मुख्य अतिथि थीं।
अतिथियों ने नवजात बच्चियों की किलकारी को मधुर संगीत के समान बताया और कहा कि ऐसे आयोजन समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा करते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत कन्या पूजन और 151 बेटियों की आरती से हुई। नन्हीं बच्चियों को माता की चुनरी ओढ़ाई गई। इस अवसर पर विशेष आकर्षण का केंद्र बनी नन्हीं बच्ची जसलीन कौर, जिसने माँ दुर्गा का स्वरूप धारण कर त्रिशूल थाम रखा था।
आयोजन के दौरान 10 महिलाओं को उनके विशिष्ट क्षेत्रों में योगदान के लिए ‘नारी शक्ति सम्मान’ और ‘सृजन सम्मान’ से नवाजा गया। इनमें पत्रकारिता के क्षेत्र से मेघा तिवारी, नृत्य से सविता मोतलग, विधि से विनीता अग्रवाल, शिक्षा से मंजुला वर्मा, चिकित्सा से विनीता धुर्वे, व्यवसाय से सुखविंदर कौर माथारु, कवियत्री शुभ्रा ठाकुर, शास्त्रीय गायन से गोपा सान्याल और पुलिस से डॉ. प्रमिला मंडावी शामिल थीं।
सम्मानित माता-पिता को सम्मान पत्र के साथ बेबी किट भी दी गई, जिसमें नवजात के पालन-पोषण की वस्तुएँ शामिल थीं। इसके साथ ही, सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। इस मौके पर नन्हीं बच्चियों के लिए ‘नोनी सुरक्षा योजना’ और ‘सुकन्या योजना’ का लाभ भी दिया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन कांतिलाल जैन और डॉ. प्रीति सतपथी ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन डॉ. देवाशीष मुखर्जी ने किया। अंत में सभी को प्रसाद स्वरूप चना, पूड़ी और हलवा वितरित किया गया।
इस आयोजन ने बेटियों के जन्म को सम्मानित करने के साथ ही समाज में सकारात्मक संदेश फैलाने का कार्य किया।
Author: samachar
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