नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर पुलिस ने एक नई और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने 25,000 से अधिक छात्र-छात्राओं को एक ही दिन में साइबर क्राइम और यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया, जिसके परिणामस्वरूप गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज हुआ।
इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ हेड सोनल शर्मा ने बलरामपुर एसपी राजेश अग्रवाल को आधिकारिक तौर पर वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र और मेडल प्रदान किया। इस घटना से जिले की पुलिस में हर्ष का माहौल है।
यह जागरूकता कार्यक्रम 10 सितंबर को बलरामपुर जिले के 680 निजी और सरकारी स्कूलों एवं कॉलेजों में आयोजित किया गया। सरगुजा आईजी के मार्गदर्शन और एसपी राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में, डीईओ डॉ. डीएन मिश्र के सहयोग से यह अभियान सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
इस अभियान के अंतर्गत छात्रों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इसके अलावा, पुलिस ने छात्रों को उन तरीकों से अवगत कराया जिनसे साइबर अपराध होते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है।
पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि साइबर अपराध की स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। साथ ही, यातायात नियमों के पालन के महत्व को भी रेखांकित किया गया, जिसमें हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग, नशे में गाड़ी न चलाने जैसे नियमों की जानकारी दी गई।
इस जागरूकता अभियान के तहत पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को 680 स्कूलों और कॉलेजों में ड्यूटी चार्ट के माध्यम से तैनात किया गया था। बैनर-पोस्टर और पंपलेट के माध्यम से छात्रों को जागरूक किया गया।
इस अभूतपूर्व प्रयास और वर्ल्ड रिकॉर्ड की सफलता पर बलरामपुर एसपी राजेश अग्रवाल को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से प्रमाण पत्र और मेडल प्रदान किया गया, जो बलरामपुर पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।
Author: samachar
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