चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक विवादित घटना ने सामाजिक और राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। इस घटना में चंगेज खान नामक एक युवक पर OBC समुदाय की एक हिंदू महिला के साथ छेड़खानी का आरोप है, जो पीड़िता के घर में घुसकर उसे प्रताड़ित करने की कोशिश कर रहा था।
इससे पहले भी चंगेज खान पर दलित वर्ग की एक विधवा महिला के साथ अभद्र व्यवहार और अपहरण के प्रयास का आरोप लग चुका है। इस मामले में पुलिस द्वारा कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
घटना की शुरुआत
1 सितंबर 2024 को घटित इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें चंगेज खान की एक भीड़ द्वारा पिटाई हो रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि मारपीट के बाद चंगेज माफी मांगता दिख रहा है। हालांकि, मुस्लिम समुदाय ने चंगेज को पीड़ित बताते हुए सड़कों पर प्रदर्शन किया, और पुलिस पर पक्षपाती होने का आरोप लगाया।
चंगेज खान के परिवार की ओर से आरोप
चंगेज खान की मां कैसर जहाँ ने इस घटना की शिकायत दर्ज करवाई और आरोप लगाया कि उनके बेटे पर हमला किया गया, उसकी बाइक तोड़ दी गई, और पुलिस के सामने अपमानित किया गया। उनकी शिकायत में संजय मिश्रा, राजू राठौर, धीरज और दीपक सहित 10 अज्ञात लोगों पर आरोप लगाए गए। कैसर जहाँ की FIR में इस बात का जिक्र नहीं किया गया कि चंगेज की पिटाई की वजह क्या थी।
दलित महिला से छेड़छाड़ और विवाद
वहीं, दूसरी ओर, संजय मिश्रा ने दावा किया कि चंगेज खान ने पहले दलित वर्ग की एक विधवा महिला के साथ छेड़खानी की और उसे अपहरण करने की कोशिश की। इस हरकत को देखकर स्थानीय हिंदू संगठनों के कुछ सदस्यों ने विरोध किया, जिसके बाद चंगेज ने उन्हें धमकाया और हाथ में तमंचा लहराकर गोली चलाने की कोशिश की। इसके बाद विवाद बढ़ा और मामला मारपीट तक पहुँच गया। संजय मिश्रा ने SC/ST एक्ट और अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की है।
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चंगेज खान और उसके परिवार पर आरोप
संजय मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि चंगेज खान और उसका परिवार लंबे समय से हिंदू विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। उन्होंने कहा कि चंगेज की बहन ने एक हिंदू युवक को इस्लाम कबूल करवाया और उसकी संपत्ति हड़प ली। चंगेज के भाई पर आरोप है कि उसने नेपाल की एक हिंदू लड़की का यौन शोषण किया और उसे कई बार रेप के लिए मजबूर किया।
OBC महिला से छेड़छाड़ का मामला
इसके अलावा, एक OBC हिंदू महिला ने भी 3 सितंबर 2024 को चंगेज खान के खिलाफ एक और FIR दर्ज करवाई, जिसमें उसने आरोप लगाया कि चंगेज लंबे समय से उसका पीछा कर रहा था और उसके घर में घुसकर छेड़खानी करने की कोशिश की थी। महिला ने शोर मचाकर अपनी जान बचाई, जिसके बाद चंगेज उसे जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया था।
मुस्लिम भीड़ का प्रदर्शन
इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह रही कि चंगेज पर लगे गंभीर आरोपों के बावजूद मुस्लिम समुदाय के लोग उसके समर्थन में सड़कों पर उतर आए। 6 सितंबर 2024 को मुस्लिम समुदाय ने पूरनपुर थाने का घेराव किया और चंगेज के खिलाफ कार्रवाई करने वाले हिंदू संगठन के सदस्यों पर कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन पर पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर चंगेज के हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
इस पूरे घटनाक्रम में भीम आर्मी जैसे संगठनों ने भी चंगेज खान के समर्थन में ट्वीट किया, लेकिन किसी ने भी पीड़ित महिलाओं के लिए न्याय की बात नहीं की। वहीं, इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नूर अहमद अज़हरी पर खुद कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पीलीभीत की यह घटना केवल कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है, बल्कि इसमें सामाजिक और सांप्रदायिक तनाव भी शामिल हैं। जहाँ एक ओर चंगेज खान पर छेड़खानी और अपराध के गंभीर आरोप हैं, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय के लोग उसे पीड़ित बता रहे हैं। इस स्थिति में न्यायिक प्रक्रिया के निष्पक्षता से लागू होने की आवश्यकता है, ताकि पीड़िताओं को न्याय मिल सके और कानून व्यवस्था बनी रहे।
Author: samachar
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