चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहाँ दो युवतियों ने समलैंगिक शादी करके चर्चा का विषय बन गई हैं।
असमोली थाना क्षेत्र के सफातनगर गांव की रहने वाली तहसीना और सीमा ने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर हरिद्वार में शादी की है। इस शादी में तहसीना ने “पति” की भूमिका निभाई है, जबकि सीमा “पत्नी” बनी हैं।
दोनों ने अपने रिश्ते को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए लिव-इन रिलेशनशिप का सर्टिफिकेट भी हासिल कर लिया है और अब वे अपनी सुरक्षा की मांग कर रही हैं।
तहसीना और सीमा का कहना है कि वे पिछले 11 साल से एक-दूसरे के साथ रह रही हैं और इस दौरान उनके बीच गहरी दोस्ती और प्रेम संबंध विकसित हुआ है। वे अब एक-दूसरे के साथ पति-पत्नी के रूप में जीवन बिताना चाहती हैं।
हालांकि, उनके परिवार ने इस समलैंगिक रिश्ते को पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया है। धार्मिक मान्यताओं और सामाजिक दबाव के कारण परिवार ने इस शादी को गलत करार दिया है और इससे दूरी बनाए हुए हैं।
तहसीना के पिता ने इस संबंध में कहा कि उनके समुदाय में इस तरह के रिश्तों को स्वीकार नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि दोनों लड़कियां बचपन से ही एक-दूसरे के करीब थीं, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे इस तरह का कदम उठाएंगी। उन्होंने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश भी की, लेकिन दोनों ने उनकी बात नहीं मानी।
तहसीना ने स्पष्ट किया कि उन्हें अपने परिवार या समाज की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अब पति-पत्नी के रूप में साथ रहना चाहती हैं और किसी भी कीमत पर अलग नहीं होंगी।
सीमा ने भी तहसीना के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि वे समाज की स्वीकृति के बिना भी एक साथ खुशहाल जीवन जी सकती हैं। इस समलैंगिक शादी ने समाज में अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न की हैं, और यह मामला अब चर्चा का केंद्र बन गया है।
Author: samachar
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