संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
गोरखपुर में एक महिला को पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों से वसूली करना महंगा पड़ गया। यह कथित महिला दरोगा, जिसका नाम रेखा तिवारी है, पुलिस की वर्दी पहनकर लंबे समय से लोगों से पैसे वसूल रही थी। रेखा तिवारी बिहार के सिवान जिले की रहने वाली है और उसका मायका कुशीनगर जिले में है। उसने पुलिस की वर्दी पहने हुए कई लोगों से पैसे वसूले, क्योंकि लोगों को पुलिस वालों को आसानी से पैसे देते हुए देखा था।
रेखा तिवारी ने वर्दी खरीदने के बाद, गोरखपुर शहर में किराये पर कमरा लेकर रहना शुरू किया और आस-पास के कस्बों में घूमकर वसूली करने लगी। सरहरी चौकी क्षेत्र के महराजगंज चौराहे पर लोगों से वसूली करते समय पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। ग्रामीणों ने उसकी हरकतों से तंग आकर पुलिस से शिकायत की थी।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि रेखा तिवारी चिलुआताल थाना क्षेत्र में किराये पर रहती थी। इससे पहले वह पिपराइच थाना क्षेत्र में किराये पर रहती थी। लोगों को शक होने पर उसने अपना मकान बदल लिया था।
पूछताछ में रेखा ने बताया कि वह महिला होने के नाते आसानी से लोगों को बेवकूफ बना लेती थी और ऐसे लोगों को निशाना बनाती थी जो जल्दी से पैसे दे दें। पुलिस ने जब उससे आई कार्ड और तैनाती के बारे में पूछा, तो उसकी सच्चाई सामने आ गई। पुलिस अब यह जानकारी जुटा रही है कि उसने वर्दी कहां से खरीदी, कितने दिनों से वह इस धंधे में थी, और किन-किन जगहों पर उसने वसूली की है।
Author: samachar
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