चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बुधवार को झांसी कलेक्ट्रेट में एक अजीबोगरीब घटना घटी। नव-नियुक्त लेखपालों को ज्वाइनिंग लेटर बांटे जा रहे थे, जब नीरज विश्वकर्मा नाम का एक युवक अपनी पत्नी रिचा सोनी विश्वकर्मा को ढूंढते हुए वहां पहुंच गया। नीरज का दावा था कि उसने दो साल पहले रिचा से शादी की थी, लेकिन लेखपाल बनने के बाद रिचा ने उससे किनारा कर लिया।
नीरज ने बताया कि पांच साल पहले एक दोस्त के माध्यम से उसकी मुलाकात रिचा से हुई थी। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई और 6 फरवरी 2022 को उन्होंने कोर्ट में शादी कर ली। नीरज के पास शादी के सभी सबूत भी मौजूद हैं।
शादी के बाद नीरज ने रिचा को सरकारी नौकरी की तैयारी करवाई और महंगी कोचिंग दिलाई। लेकिन जैसे ही रिचा लेखपाल बनी, उसने नीरज से दूरी बनानी शुरू कर दी। इस धोखे से आहत नीरज ने झांसी जिलाधिकारी अविनाश कुमार से भी मुलाकात की और अपनी आपबीती सुनाई।
नीरज और रिचा का मामला फैमिली कोर्ट में भी चल रहा है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या रिचा के व्यवहार में लेखपाल बनने के बाद बदलाव आया? क्या उसने सरकारी नौकरी की चाहत में नीरज को धोखा दिया? इन सवालों के जवाब अभी केवल नीरज और रिचा ही दे सकते हैं।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."