इरफान अली लारी की रिपोर्ट
बिहार के पूर्णिया में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। एक महिला, फरहाना, अपने पति मोहम्मद जहांगीर को छोड़कर अपने प्रेमी राशिद आलम उर्फ बाबुल के साथ भाग गई। इसके बाद, वह अपने प्रेमी की जमानत के लिए कोर्ट पहुंच गई। यह मामला पूर्णिया के सिविल कोर्ट के बाहर का है।
फरहाना और जहांगीर की शादी 19 साल पहले हुई थी और उनके बच्चे भी हैं। जहांगीर ने दिल्ली में अपना एक कारखाना खोला था, जिसमें उसने पूर्णिया से चार मजदूरों को काम पर रखा, जिसमें 18 साल का राशिद भी शामिल था। जहांगीर ने सभी मजदूरों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था कारखाने में ही कर दी थी।
फरहाना का कारखाने में आना-जाना होता था और इसी दौरान उसकी दोस्ती राशिद से हो गई, जो बाद में प्यार में बदल गई। 11 जून को फरहाना अचानक अपने घर से गायब हो गई और राशिद भी कारखाने से गायब था। बाद में पता चला कि दोनों पूर्णिया भाग गए और 15 जून को शादी कर ली।
जहांगीर ने तुरंत पूर्णिया पहुंचकर राशिद के खिलाफ अपनी पत्नी के अपहरण का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने राशिद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, फरहाना ने पुलिस को बताया कि राशिद ने उसका अपहरण नहीं किया है और वह अपनी मर्जी से उसके साथ रह रही है। चार दिन बाद, फरहाना राशिद की जमानत के लिए गवाही देने सिविल कोर्ट पहुंची। जहांगीर भी वहां आ गया और दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया।
फरहाना ने जहांगीर के साथ जाने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि वह अब राशिद के साथ ही रहेगी। जहांगीर ने उसे समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी। राशिद का परिवार भी कोर्ट में मौजूद था और उन्होंने भी जहांगीर का विरोध किया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई, जिसमें राशिद की मां को चोटें आईं।
करीब एक घंटे तक कोर्ट के बाहर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को शांत कराया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
Author: samachar
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