ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
आगरा। शादी को अक्सर सात जन्मों का बंधन माना जाता है, जिसमें पति-पत्नी साथ जीने और मरने की कसमें खाते हैं। लेकिन आगरा में एक ऐसी विचित्र घटना सामने आई है जिसने पुलिस और परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर्स को भी हैरान कर दिया।
यह मामला एक दंपत्ति का है जहां पत्नी ने काउंसलर्स के सामने यह शर्त रख दी कि उसका पति उसे और बच्चों को खर्च के लिए पैसे दे और वह अपने प्रेमी के साथ रहेगी। दूसरी तरफ, पति ने यह साफ कर दिया कि जब तक उसकी पत्नी उसके पास वापस नहीं आएगी, वह एक रुपया भी नहीं देगा। यह मामला आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा है।
घटना का विवरण यह है कि लगभग 10 साल पहले हाथरस की एक महिला की शादी आगरा के एक युवक से हुई थी। शादी के बाद सब कुछ सामान्य चल रहा था। इस दंपत्ति के दो बेटियां हैं, लेकिन पति ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में आगरा से बाहर रहता था। इसी बीच, महिला ने किसी अन्य युवक के साथ प्रेम संबंध बना लिया। पति को भूलकर महिला ने अपने प्रेमी के साथ जीने-मरने की कसमें खा लीं। जब पति को इस बात की जानकारी हुई, तो उसने इसका विरोध किया। महिला अपनी दोनों बेटियों को लेकर प्रेमी के साथ रहने लगी। इस स्थिति को देखते हुए पति ने थाना पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद यह मामला परिवार परामर्श केंद्र में ट्रांसफर कर दिया गया।
परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर डॉक्टर अमित गौड़ ने बताया कि पति और पत्नी दोनों को समझौते के लिए बुलाया गया था। महिला ने कहा कि उसका पति उसे पर्याप्त समय नहीं दे पाता है, इसलिए अब वह अपने प्रेमी के साथ रहेगी। महिला ने यह भी बताया कि उसका प्रेमी भी शादीशुदा है और उसके भी बीवी-बच्चे हैं, इसलिए वह कब तक उसका और उसके बच्चों का खर्चा उठाएगा। इसी वजह से महिला ने अपने पति से अपना और बच्चों का खर्चा देने की मांग की है। पति ने यह साफ किया कि जब तक उसकी पत्नी बच्चों को लेकर उसके पास वापस नहीं आएगी, तब तक वह कोई पैसा नहीं देगा।
फिलहाल इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख तय कर दी गई है। अगर दोनों के बीच समझौता नहीं होता है, तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
Author: samachar
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