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November 21, 2024 7:02 pm

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8 साल बाद कानूनी दांव पेंच की लंबी लड़ाई के बाद नियुक्ति की आस में 641 शिक्षकों को मिली नौकरी

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चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

गोंडा। 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति पत्र मिलने के बाद तैनाती की प्रतीक्षा कर रहे शिक्षकों की मनोकामना पूर्ण हो गई है। तीन दिनों तक चली इस प्रक्रिया के बाद, गोंडा जिले के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती की गई है। 

विद्यालय आवंटन होते ही, शिक्षकों के चेहरों पर खुशी साफ दिखाई देने लगी। उन्होंने बताया कि आठ वर्षों के लंबे इंतजार के बाद, अब उन्हें तैनाती मिली है।

गोंडा जिले में 2017 में शुरू हुई 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में, दो मई 2018 को छह हजार शिक्षकों की तैनाती हो गई थी। लेकिन, जिले की वरीयता को लेकर अन्य शिक्षकों की भर्ती अटकी रही। 

यह मामला उच्च न्यायालय से होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जहां से बचे हुए शिक्षकों को तैनाती का आदेश मिला। इसके बाद, शासन ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को शिक्षकों की तैनाती का आदेश दिया। 

बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि पहले दिन 71, दूसरे दिन 321 और तीसरे दिन 292 शिक्षकों को स्कूल आवंटन पत्र दिया गया। सभी से उनके पसंदीदा विद्यालयों का विकल्प लिया गया और उन्हें उन्हीं विद्यालयों में तैनाती दी गई। 

सभी शिक्षकों को पहली जुलाई से अपने-अपने विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है। बीएसए ने बताया कि कुल 641 नए शिक्षक जिले के विद्यालयों को मिले हैं, जिससे शिक्षकों की कमी दूर होगी और शिक्षा का स्तर सुधरेगा।

शिक्षकों ने न्यायालय और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। आठ वर्षों की लंबी लड़ाई के बाद उन्हें यह सफलता मिली है। 

परसपुर से आए आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि लंबे समय के बाद उनका नौकरी का सपना पूरा हो रहा है। 

गाजीपुर से आए कुमार मयंक को बभनजोत ब्लॉक में तैनाती मिली है और वे बहुत खुश हैं। बागपत से आए अंकुर ने बताया कि उन्हें सहायक शिक्षक पद पर परसपुर में तैनाती मिली है और वे पहली जुलाई को कार्यभार ग्रहण करेंगे। सीतापुर से आई नैंसी राय ने नियुक्ति मिलने पर माननीय न्यायालय और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।

इस प्रकार, 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत गोंडा जिले के शिक्षकों की तैनाती ने उनके लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया है, और वे अब अपने-अपने विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए तत्पर हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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