हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समाज ने अपनी मांगों को लेकर एक उग्र प्रदर्शन किया। प्रदेश भर से आए सतनामी समाज के लोग दशहरा मैदान में एकत्रित हुए और बाद में पुलिस की सुरक्षा को भेदकर कलेक्टर कार्यालय तक पहुंच गए।
इस प्रदर्शन के दौरान समाज ने अपनी विभिन्न मांगों को उठाया और उन्हें पूरा करने के लिए प्रशासन पर दबाव डाला। सतनामी समाज के इस आंदोलन ने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समाज के उग्र प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
इस घटना के दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने में असफल रही। करीब 3 से 4 हजार की संख्या में सतनामी समाज के लोग प्रदर्शन में शामिल हुए थे।
घटना का संदर्भ
गिरौदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास की तपोभूमि के जैतखाम को अज्ञात लोगों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने के बाद सतनामी समाज ने सीबीआई जांच की मांग की थी। कार्रवाई न होने के कारण समाज के लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने सतनामी समाज की मांग पर न्यायिक जांच की बात कही है। पुलिस प्रशासन ने कलेक्टर परिसर की सुरक्षा के लिए बैरिकेटिंग कर दी है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार, उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने बलौदाबाजार में हुई घटनाओं की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रदेश में कहीं भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे कृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने सभी नागरिकों से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की है।
गौरतलब है कि 15-16 मई की रात को गिरौदपुरी के महकोनी गांव में पूज्य जैतखांभ को क्षति पहुंचाने की कोशिश की गई थी, जिसके बाद सतनामी समाज ने उग्र प्रदर्शन किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."