चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कानपुर: कानपुर में बाराती उस समय हैरान रह गए जब दुल्हन ने चौथा फेरा लेने से इनकार कर दिया। दुल्हन का उग्र रूप देखकर दूल्हा समेत सभी रिश्तेदार हैरान रह गए। दुल्हन सात फेरों की गांठ खोलकर बोली शादी नहीं करनी है। इसके बाद अपने कमरे में चली गई। पूरे दिन पंचायत चलती रही, लेकिन दुल्हन शादी के लिए तैयार नहीं हुई। दुल्हन का कहना है कि मैंने पहले फोन पर कहा था कि बारात लेकर नहीं आना। दोनों पक्षों में समझौते के बाद बारात बिना दुल्हन के ही लौट गई।
चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित एक गांव निवासी किसान की बेटी की शादी कानपुर देहात के रूरा में तय हुई थी। शादी से पहले गोद भराई, बरिच्छा और तिलक की रस्में अदा की जा चुकी थीं। मंगलवार को बैंड-बाजे के साथ बारात पहुंची। लड़की पक्ष के लोगों ने बारातियों का स्वागत किया। इसके बाद द्वाराचार और जयमाल की रस्में भी हो गईं। भोर के समय पुरोहित अग्नि के सामने दुल्हन-दूल्हे सात फेरे की रस्म करवा रहे थे।
दुल्हन ने तीन फेरे तो ले लिए, चौथा फेरा लेने से मना कर दिया। रिश्तेदारों के बीच दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। इसके बाद गांठ खोलकर अपने कमरे में चली गई। परिजनों ने शादी नहीं करने की वजह पूछी तो उसने साफ कह दिया कि मुझे यह शादी नहीं करनी है। परिजन और रिश्तेदार दुल्हन को समझाने की कोशिश में जुट गए, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर टिकी रही।
जब बात नहीं बनी तो मामला चौबेपुर थाने पहुंच गया। इसके बाद दोनों पक्षों में पंचायत शुरू हुई, जिसमें गांव के बड़े बुजुर्ग, पुलिस और दोनों पक्षों के रिश्तेदार शामिल हुए। दुल्हन ने भरे समाज में कह दिया कि मैंने पहले ही दूल्हे से फोन करके बारात नहीं लाने के लिए कहा था।
इसके बाद दोनों पक्षों के बीच एक दूसरे को दिए गए उपहार वापस करने पर सहमति बन गई। दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता हो गया। इसके बाद बारात बिना दुल्हन के ही लौट गई।
Author: samachar
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