राकेश कुमार की रिपोर्ट
लुधियाना। साढ़े 4 साल की मासूम बच्ची से दुराचार और कत्ल के आरोपी सोनू ने नेपाल बॉर्डर से पकड़े जाने पर बड़ा खुलासा किया है। उसने पुलिस को बताया कि उसने शराब पी रखी थी।
नशे में वह बच्ची को साथ ले गया। जब उसने दुराचार करने की कोशिश की तो बच्ची चिल्लाने लगी। इसलिए उसने उसे गला दबाकर मार डाला। इसके बाद उसकी डेडबॉडी के साथ दुराचार किया। वारदात के बाद उसने बच्ची की लाश बेड बॉक्स में छुपा दी और फरार हो गया।
वीरवार को लुधियाना के जॉइंट पुलिस कमिश्नर जसकिरनजीत सिंह तेजा ने इसकी पुष्टि की। मामले में पुलिस द्वारा बच्ची के नाना रामचंद्र के बयानों पर पड़ोस में रहने वाले सोनू पुत्र सतवान, निवासी गांव तसाई (उत्तर-प्रदेश) के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान मूल रुप से उत्तर प्रदेश राज्य के जिला फतेहपुर के रहने वाले सोनू के रुप में हुई। उन्होंने कहा कि आरोपी को कोर्ट में पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया गया है।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर के मुताबिक सोनू दिसंबर 2023 में अपने भाई अशोक के पास रहने आया था। सोनू का भाई मोहल्ले में अवैध रुप से सिलेंडर में गैस भरने का काम करता है। 28 दिसंबर को सोनू बच्ची को उसकी नानी की चाय की दुकान से चीज दिलाने के बहाने ले गया। इसके बाद बच्ची का कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद बच्ची जब दोपहर तक घर नहीं आई तो परिजनों ने आसपास उसकी तलाश शुरु की। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो यहीं रहने वाला सोनू बच्ची का हाथ पकड़कर कमरे पर ले जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस और परिजन सोनू के कमरे पर पहुंचे तो बेड बॉक्स में बच्ची का शव पड़ा हुआ मिला। इसके बाद पुलिस ने बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो खुलासा हुआ कि 30 से 40 सेकेंड तक बच्ची का गला घोंटा गया। उसके गले पर अंगुलियों के निशान थे। थाना डाबा पुलिस ने परिजनों की शिकायत के आधार पर सोनू के खिलाफ मामला दर्ज किया था। तभी से पुलिस सोनू की तलाश कर रही थी।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बच्ची की लाश बेड बॉक्स में छुपाने के बाद सोनू सीधे लुधियाना रेलवे स्टेशन गया। उसके पास किराए के पैसे नहीं थे, इसलिए उसने 250 रुपए में अपना मोबाइल बेच दिया। वहां से उसने अंबाला की ट्रेन पकड़ी। कई दिन वह अंबाला में रुका रहा। इसके बाद वह हरिद्वार और वहां से दिल्ली चला गया। उसने उत्तराखंड के रास्ते नेपाल भागने की प्लानिंग की थी। हालांकि पुलिस टीम ने पीछा कर उसे नेपाल बॉर्डर से पकड़ लिया। जॉइंट कमिश्नर जसकिरनजीत सिंह तेजा ने बताया कि आरोपी की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा गया है।
सामाजिक संस्था और पुलिस मिलकर उस व्यक्ति को इनाम देगी। इस केस को फास्ट ट्रैक में लगाया गया है। आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."