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November 1, 2024 4:01 pm

कडाके की ठंढ में गरमाई राम मन्दिर की सियासत ; भाजपा नेता शहनवाज ने पढिए क्या कहा? 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि राम मंदिर को लेकर मुसलमानों की तरफ से तो कोई नकारात्‍मक बयान नहीं आया लेकिन विपक्षी दल राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा के खिलाफ बयानबाजी करते-करते ‘राम जी’ के भी खिलाफ हो गये।

राम के नाम छिड़ा पर सियासी घमासान

बलिया जिले के सिकंदरपुर में भाजपा जिलाध्‍यक्ष संजय यादव के निवास पर शाहनवाज हुसैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘राम मंदिर के निर्माण से पूर्वांचल की पूरी तस्वीर बदल जायेगी। विकास से तस्वीर और तकदीर दोनों बदलेगी।’ उन्‍होंने कहा, ‘जब 22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन होगा, उसके बाद देश-विदेश के लोग आते रहेंगे, तब भी भीड़ कम नहीं होगी। इतना अद्भुत मंदिर बन रहा है, जिसको देखने के लिए भी लोग आयेंगे, दर्शन करने तो आयेंगे ही।’

भाजपा ने विपक्ष पर लगाए गंभीर इल्जाम

हुसैन ने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुस्लिम पक्ष की तरफ से कोई बयानबाजी नही हो रही है। सारी बयानबाजी कांग्रेस, राष्‍ट्रीय जनत दल (राजद) और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की तरफ से हो रही है। 

हुसैन ने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पूरी तरह बिखरने वाला है। उन्‍होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर विपक्षी दलों के साथ दुश्वारी ये है कि वे उगले या निगले, उनको समझ में नहीं आता है।

शहनवाज ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज

हुसैन ने कहा कि आरएसएस और भाजपा पर बयानबाजी करते- करते विपक्षी दल ‘राम’ के भी खिलाफ हो गए हैं। अगर वो राम के खिलाफ हो गए हैं तो सबको पता है कि किसके पक्ष में चले गए हैं। 

उन्‍होंने कहा कि इस बार के चुनाव में उनको जवाब देश की जनता देगी। भाजपा नेता ने बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के उस बयान पर भी टिप्पणी कि, जिसमें यादव ने कहा था कि बीमार होंगे तो मंदिर जाएंगे या अस्पताल।

हुसैन ने कहा कि सब आदमी अस्पताल ही जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘लालू भी हॉस्पिटल ही गए थे। तेजस्वी को लालू जी से सीखना चाहिए। कोई भी बीमार होगा तो अस्पताल ही जाता है, लेकिन हॉस्पिटल का अलग स्थान है और मंदिर का अलग।’

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."