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November 23, 2024 6:26 am

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एक दिन पहले “कमल” खिलाते दिखे, दूसरे दिन मारा यू टर्न और फिर थाम लिया दामन “हाथ” का 

21 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

नोएडा: निकाय चुनाव में नौ दिन बचे हैं। नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने के समीकरण बदलने का सिलसिला जारी है। वहीं, मंगलवार को जेवर नगर पंचायत में उस समय अजीब स्थिति बन गई जब सोमवार को बीजेपी की टोपी में दिखे कांग्रेस प्रत्याशी दोबारा मंगलवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता हमारे प्रत्याशी को जबरदस्ती उठाकर ले गए थे और बीजेपी में शामिल करने के लिए भगवा टोपी पहना दी थी। वहीं, बीजेपी नेताओं ने कहा कि वह अपनी मर्जी से शामिल होने आए थे। इसके इतर, ज़िले में सबसे ज्यादा घमासान की स्थिति दादरी नगर पालिका सीट पर बनी हुई है।

जानकारी के मुताबिक बीजेपी के सामने जेवर सीट पर टफ फाइट होने के चलते रातों रात कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को बीजेपी में शामिल कर लिया गया। गौतमबुद्धनगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने इसके बारे में घोषणा की और फूल माला पहनाकर कांग्रेस प्रत्याशी खुशीराम और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रवि राय को बीजेपी में शामिल किया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने मंगलवार को कांग्रेस प्रत्याशी के साथ क्षेत्र में चुनाव प्रचार के विडियो और फोटो जारी किए हैं। साथ ही आरोप लगाया कि बीजेपी का काम ही यह है कि वह लोगों को डरा धमकाकर पार्टी में शामिल कराती है। वहीं, बीजेपी का कहना है कि अपनी मर्जी से शामिल हुए हैं। बता दें कि कांग्रेस केवल दो सीटों दादरी नगर पालिका परिषद और जेवर में नगर निकाय चुनाव लड़ रही है। रबुपुरा और दनकौर में कांग्रेस ने अपना कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं किया और बिलासपुर व जहांगीरपुर में जिला प्रशासन की समीक्षा के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा रिजेक्ट हो गया।

रबुपुरा सीट पर निर्विरोध चुना जा चुका है बीजेपी प्रत्याशी

ज़िले के 6 निकायों में रबुपुरा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हो गई है। बाकी पांच निकायों में सबसे ज्यादा घमासान दादरी और जेवर सीट पर बना हुआ है। अब जेवर की स्थिति भी घमासान वाली नज़र नहीं आ रही है। यहां बीजेपी प्रत्याशी धर्मेंद्र अग्रवाल का मुकाबला अब सपा के औरंगजेब अली और बीएसपी के तेजपाल शांत से होगा। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी अगले ही दिन वापस कांग्रेस में आ गए हैं तो जाहिर है कि वह भी बीजेपी का वोट प्रभावित करेंगे। इनके अलावा तीन निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं, जिनमें नारायण माहेश्वरी, वीरपाल और कुरेशिया बेगम शामिल हैं। बीजेपी के लिए मुख्य मुकाबले में अब सपा और बसपा प्रत्याशी ही प्रमुख माने जा रहे हैं। क्योंकि इन दोनों प्रत्याशियों का अपना-अपना अलग वोट बैंक है।

मैं कांग्रेस के प्रत्याशी को नहीं जानता। हमारे जेवर प्रत्याशी उन्हें कार्यक्रम में लेकर आए थे, वो उन्हीं के जानने वाले हैं तो हमने कार्यक्रम में उन्हें पार्टी की माला पहना दी। वह वापस कांग्रेस के प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ेंगे तब भी हमारे वोट बैंक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। – विजय भाटी, जिलाध्यक्ष, बीजेपी

बीजेपी ने सोमवार को हमारे प्रत्याशी को डरा धमकाकर अपनी पार्टी में शामिल किया था। हमारा प्रत्याशी बीजेपी में शामिल नहीं हुआ है और हमने मंगलवार को उनके साथ क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया है। – दिनेश शर्मा, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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