दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जब वो जेल से बाहर आ रहा होगा तो शायद उन बच्चियों की आत्मा रो रही होगी। जब उसने खुली हवा में सांस ली होगी तो बच्चियों की मरने के बाद भी सिसकियां निकल पड़ी होंगीं। कोर्ट के फैसले के बाद शायद एक बार फिर उन मरी हुई बच्चियों की मौत हुई होगी जिन्हें इस दरिंदे ने तड़पा-तड़पाकर मारा था। मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार कर उनको मौत देने वाला ये हैवान जो खुद को भगवान बताता था, सिर्फ 16 साल के अंदर ही जेल से बाहर आ गया।
350 कत्ल करने वाला सीरियल किलर
ये कहानी है दुनिया के खौफनाक सीरियर किलर (Serial Killer) पेड्रो लोपेज (Pedro Lopez) की। पेड्रो लोपेज ने चंद सालों में 350 कत्ल किए, जिनमें सबसे ज्यादा थीं 7 से 12 साल की बच्चियों की संख्या। ये हैवान उन बच्चियों को अपना निशाना बनता जो सबसे मासूम होतीं। उन बच्चियों को ये चॉकलेट या दूसरी चीजों का लालच देता और फिर उन्हें सुनसान जगह पर ले जाता। ये बच्चियों के साथ अपनी हवस मिटाता और फिर उनका वहीं कत्ल कर देता। इसका टारगेट था हर हफ्ते तीन बच्चियों के साथ बलात्कार और उनका कत्ल।
जेल में हुआ था इस सीरियल किलर का शारीरिक शोषण
कोलंबिया का रहने वाला ये दरिंदा खुद को सेल्ममैन बताता था और घूम-घूमकर अपने शिकार ढूंढता था। दरअसल साल 1969 में पेड्रो को एक कार चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। सजा के दौरान उसी जेल में बंद कुछ और बदमाशों ने पेड्रो के साथ शारीरिक शोषण किया। इसने बदला लेने के लिए उन चारों का कत्ल कर दिया। बस ये शुरूआत थी इसके हैवान बनने की। जब अपनी सजा काटकर ये बाहर आया तो इसने वो किया जिसकी कल्पना से भी डर लगता है।
जेल से निकलने के बाद गरीब बच्चियों को बनाया निशाना
ये साउथ अमेरिका के अलग-अलग हिस्सों में घूमता रहा और पेरु और इक्वाडोर की छोटी बच्चियों को अपना शिकार बनाता रहा। इसके निशाने पर होती थी गरीब बच्चियां, ताकि कोई इसका कुछ बिगाड़ न सके। कत्ल के बाद ये लाशों को वहीं गाड़ देता था। हैरान करने वाली बात ये थी कि ये मानता था कि ऐसा करके ये बच्चियों को मुक्ति दे रहा है, उनकी गरीबी से, उनके दुखों से। साल 1980 में पेड्रो को एक लड़की के साथ रेप करने के बाद कुछ ट्राइबल्स ने पकड़ भी लिया था, लेकिन मिशनरिज ने इसे छुड़ा लिया और कहा कि इसे कानून हवाले किया जाना चाहिए।
रेप और कत्ल करके खुद को भगवान बताता
इसे जब पुलिस के हवाले किया तो इसने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि इसने 300 से ज्यादा कत्ल किए हैं जिनमें ज्यादातर छोटी बच्चियों के हैं। इस हत्यारे को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था। गिरफ्तारी के बाद पेड्रो के खिलाफ कोर्ट में केस चला। ये साबित हुआ कि पेड्रो एक साइको है। इसने कोर्ट में सुनवाई के दौरान खुद को भगवान तक बता डाला। पेड्रो के मुताबिक उसने जो किया उससे उन बच्चियों को मुक्ति मिली। पेड्रो का कहना था कि वो बच्चियां पहले से ही शारीरिक रूप से प्रताड़ित या फिर मानव तस्करी का शिकार हो चुकी थी और इसलिए उनका रेप और कत्ल करना कुछ गलत नहीं था।
सीरियल किलर को हुई सिर्फ 16 साल की सजा
इस सीरियल किलर ने न सिर्फ कत्ल किए बल्कि बड़ी ही बेशर्मी उन रेप और कत्ल के आरोपों को स्वीकार भी किया। इसने बताया कि जब जेल में इसका शारीरिक शोषण हुआ था, तब ही इसने ठान लिया था कि हर छोटी लड़की का रेप करेगा। कोर्ट में पेड्रो को साइको किलर माना गया। जिस लड़की के रेप और हत्या के आरोप में ये गिरफ्तार हुआ था उस मामले में इसे 16 साल की सजा सुनाई गई। कोलंबिया में उस वक्त मर्डर के लिए सबसे ज्यादा 16 साल की सजा ही होती थी। 1998 में ये सीरियल किलर जेल से बाहर आ गया था। उसके बाद सालों तक इसका कोई पता नहीं रहा। साल 2002 में एक फिर पेड्रो पर मर्डर के आरोप लगे, लेकिन ये पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया। पुलिस ने इसकी तलाश की, लेकिन इस सीरियल किलर का पता नहीं लग पाया।
Author: samachar
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