आर के मिश्रा की रिपोर्ट
गोण्डा।। परसपुर थाना परिसर में रविवार को सनातन धर्म परिषद के अध्यक्ष डॉ. स्वामी भगवदाचार्य के अगुवाई में लोगों ने रामचरित मानस पर विवादित बयान का विरोध करते हुए महामहिम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्रभारी निरीक्षक परसपुर संतोष सरोज को सौंपा है। और कहा है कि भारत ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व में पूज्य श्रीराम चरित मानस पवित्र ग्रंथ पर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा विवादित बयान अभद्र टिप्पणी किये जाने पर आवश्यक कार्यवाही किया जाये।
ज्ञापन पत्र में कहा गया है कि पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने गत दिनों महाकवि तुलसीदास कृत श्रीराम चरित मानस पावन ग्रंथ पर अभद्र टिप्पणी व गोस्वामी तुलसीदास जी पर जातिवादी मानसिकता का आरोप लगाया है। जिससे भारतवर्ष ही नहीं वरन् सम्पूर्ण विश्व के हिन्दुओं की आस्था को आहत किया है। इससे आम जनमानस के हृदय पर गहरा आघात लगा है। इससे लोगों में अशांति का महौल व्याप्त है।
सनातन धर्म एवं पवित्र धार्मिक ग्रन्थों पर अभद्र टिप्पणी करने से सनातनधर्मियों की भावनायें होती है आहत जिससे कभी भी देश व प्रदेश में अशांति फैल सकता है। भविष्य में कोई भी सनातन धर्म व पवित्र ग्रंथों पर अभद्र टिप्पणी न करें। इसके लिये सनातन धर्मावलम्बियों के भावनाओं को देखते हुए ऐसे बड़ बोले नेताओं पर सख्त कार्रवाई के लिये मुख्यमंत्रियों को निर्देशित करने एवं विधिक कार्रवाई को पत्र सौंपा है।
इस दौरान डॉ. स्वामी भगवदाचार्य अध्यक्ष- तुलसी जन्मभूमि न्यास, राजापुर एवं सनातन धर्म परिषद, संगमदास, गिरीश नारायण सिंह, विनोद सिंह, अंशु शुक्ला, राम सिंह, संजय शुक्ला समेत काफी लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए महामहिम राष्ट्रपति व पीएम को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा है।
Author: samachar
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