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काण्डीगढ़वाझारखंड

राशि के अभाव में अधिकांश विद्यालयों में नहीं मिल रहा है बच्चों को मध्यान्ह भोजन

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संवाददाता- विवेक चौबे

गढ़वा : एक दिन भी मध्यान्ह भोजन बंद नहीं करने को लेकर देश की सबसे ऊंची अदालत के द्वारा दिए गए आदेश के बावजूद भी जिले के कांडी प्रखंड की स्थिति इसके विपरीत है।

कांडी प्रखंड क्षेत्र के आधे स्कूलों में राशि के अभाव में महीनों से मध्यान्ह भोजन बंद है। भीषण अकाल की चपेट में आ चुके इलाके के बच्चों के लिए भोजन की और अतिरिक्त व्यवस्था होनी चाहिए थी। वहां बच्चों के एक समय खाने की जो व्यवस्था पहले से चल रही थी वह भी बंद पड़ी है। संबंधित विद्यालयों द्वारा मध्यान्ह भोजन बंद हो जाने की नियंत्री पदाधिकारी के कार्यालय में तत्काल सूचना दे दी गयी है।

कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बंद हुए दो महीना हो गया। इससे बच्चों के एक समय का भोजन तो बंद पड़ा ही है। इसका बच्चों की दैनिक उपस्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

बताते चलें कि नव प्राथमिक विद्यालय ढबरिया में 15 जून से ही मध्यान्ह भोजन बंद है। इस विद्यालय में संयोजिका के त्यागपत्र देने से एमडीएम बन्द है। वहीं यूपीएस कुरकुट्टा, एनपीएस श्रीनगर व जतरो में एक अगस्त से, प्रावि शिवरी में दो अगस्त से, उत्क्र मवि रतनगढ़ में चार अगस्त से, नव प्रावि डेमा में पांच अगस्त से, उत्क्र प्रावि रामबांध व डिहवार टोला में आठ अगस्त से, मवि जयनगरा व उमवि चोका में दस अगस्त से, प्रावि बहेरवा में 15 अगस्त से, नव प्रावि लुका में 16 अगस्त से, उमवि मोखापी, प्रावि पतिला व उप्रावि बोरान टोला में 17 अगस्त से, उमवि गोसांग व जमा दो उवि कांडी में 22 अगस्त से, उमवि घटहुआं कला में 23 अगस्त से, मवि हरिहरपुर में 24 अगस्त से, मवि राणाडीह व बलियारी में 25 अगस्त से, प्रावि सबुआ में 29 अगस्त से, नव प्रावि चौखड़ी, प्रावि मंडरा निस्फ, प्रावि कोरगाईं, उउवि डुमरसोता, प्रावि सोनपुरा व प्रावि चंद्रपुरा में एक सितंबर से, प्रावि कोवाड़ी में तीन सितंबर से, उप्रावि हेमराजी में सात सितंबर से, मवि खरौंधा व नव प्रावि सननी में आठ सितंबर से पैसा की अभाव में मध्यान्ह भोजन बंद पड़ा है।

प्रखंड क्षेत्र में कुल 94 विद्यालय हैं। इनमें से 90 विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन बनाया जाता है। इनमें से 33 विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन बंद हो गया है। और शेष स्कूलों में भी मध्यान्ह भोजन लगातार बंद होते जा रहा है। इस प्रकार स्कूल में बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराए जाने के सरकारी प्रावधान पर ग्रहण लग चुका है।

क्या कहा बीईईओ ने…..?

इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विद्यासागर मेहता ने कहा कि राशि के अभाव में मध्यान्ह भोजन बंद पड़ा है। सरकार से इस मद में राशि नहीं आई। शीघ्र ही राशि आने की प्रत्याशा में एमडीएम चालू करने का निर्देश सभी विद्यालय को दे दिया गया है।

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Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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