कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
इटावा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सैफई की दुर्दशा के लिए समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जिम्मेदारी ठहराया है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि हमने एक सीट पर तसल्ली कर दी, तब भी वे सरकार नहीं बना पाए। वे मंगलवार को इटावा में नौकरी से निकाले गए संविदाकर्मियों के समर्थन में अपने बेटे आदित्य यादव के साथ एक धरने में बैठे थे।
इस दौरान उन्होंने अपना दर्द लोगों के साथ साझा करते हुए कहा, “अगर अपनी सरकार होती तो तुम लोगों को क्यों यह दिन देखने पड़ते। कोई ना कोई कारण तो होगा। सबको तो पता ही होगा कि राज्य में क्यों उनकी सरकार नहीं बनी। हमने तो तसल्ली कर ली थी एक ही सीट पर तब भी नहीं बना पाए तो मैं क्या करूं?”
वहां मौजूद लोगों ने कहा कि आप एक ही सीट पर ही मान गए, इसलिए सरकार नहीं बन सकी। इस पर शिवपाल यादव ने कहा, “मैंने तो सीट मांगी भी थी। दी ही नहीं तो मैं क्या करूं? अगर मुझे जिम्मेदारी मिल जाती तो सरकार बन जाती। हम तो चाहते थे कि हर मंडल में मुझे एक ही सीट मिल जाए और एक हेलिकॉप्टर दे देते। हम निकलते तो कम से कम हर विधानसभा में 20-20 हजार वोट बढ़ जाते।”
दरअसल सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी ने हाल ही में एक निगम के टेंडर को खत्म कर दिया था, जिसकी वजह से 600 संविदा कर्मियों की नौकरी चली गई। इसके खिलाफ बेरोजगार हुए लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें शिवपाल यादव भी बेटे आदित्य के साथ शामिल हुए।
कुछ महीने पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख और उनके भतीजे अखिलेश यादव के खिलाफ साफ तौर पर हमला बोलते हुए नाराज शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि उन्होंने उन्हें “संतुष्ट” करने के लिए अपने आत्मसम्मान से समझौता किया, लेकिन बदले में उन्हें केवल “दर्द” मिला। पिछले विधान सभा चुनाव में गठबंधन के बाद भी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव शिवपाल सिंह यादव को किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाए और न ही किसी भी तरह की राय मश्विरा ही उनसे करते थे। इसका कई बार वे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार कर चुके हैं।
Author: samachar
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