कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
मोहनलालगंज। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों की शिकायत का कोई असर न हुआ। अधिकारियों ने फरियाद नहीं सुनी। नाराज प्रधान, बीडीसी सदस्य और नौ ग्राम पंचायत सदस्यों ने एसडीएम को इस्तीफा सौंप दिया। इस पर खूब हंगामा हुआ। ग्राम प्रधान ने इस अवैध कब्जे में बीडीसी सदस्यों की मिलीभगत का आरोप लगाया है। फिलहाल एसडीएम ने जांच का आश्वासन दिया है।
मंगलवार को नन्दौली ग्राम प्रधान रीना सिंह की अगुवाई में दर्जनों लोग एसडीएम दफ्तर पहुंच गए। ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया कि राजस्व निरीक्षक व लेखपाल की मिली भगत से लगभग 90 बीघा सरकारी जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। कुछ फसल बो रहे हैं तो आधा दर्जन ने निर्माण करवा लिया है। तीन महीने से लगातार शिकायत करने के बावजूद तहसील अधिकारी उसी लेखपाल और राजस्व निरीक्षक को जांच के लिए भेज रहे हैं जिन पर मिलीभगत का आरोप है। लेखपाल और राजस्व निरीक्षक कार्रवाई करने की बजाय खुद को क्लीन चिट दे रहे हैं। नाराज ग्राम प्रधान रीना सिंह, बीडीसी सदस्य श्रवण कुमार और नौ ग्राम पंचायत सदस्यों ने गुस्से में एसडीएम को इस्तीफा सौंप दिया तो हड़कम्प मच गया। एसडीएम हनुमान प्रसाद ने इस मामले की जांच करने और दोषी पाए जाने पर लेखपाल, राजस्व निरीक्षक पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
Author: samachar
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