राजेंद्र कुमार की रिपोर्ट
करनाल। संयुक्त किसान मोर्चा ने सेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ शुक्रवार को ‘जय जवान जय किसान’ के नारे के साथ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन किए। जिला, तहसील व ब्लाक स्तर पर प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों को राष्टपति के नाम ज्ञापन सौंपे गए। करनाल में किसान जाट धर्मशाला में एकत्रित हुए। यहां सभा करने के बाद प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे। यहां कोषाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने इस योजना को जवान विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी करार दिया है। किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ‘जय जवान-जय किसान’ के नारे की भावना को तहस-नहस करने पर तुली है। अग्निपथ को देश के भविष्य से खिलवाड़ बताते हुए कहा कि यह न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा और बेरोजगार युवाओं के सपनों से खिलवाड़ है, बल्कि देश के किसान परिवारों के साथ भी धोखा है। इस देश का जवान वर्दीधारी किसान है। अधिकांश सैनिक किसान परिवार से हैं। सेना की नौकरी लाखों किसान परिवारों के मान और आर्थिक संबल से जुड़ी है। यह देश के लिए शर्म की बात है कि ‘वन रैंक वन पेंशन’ के वादे के साथ पूर्व सैनिकों की रैली से अपना विजय अभियान शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब ‘नो रैंक नो पेंशन’ की इस योजना को लाद दिया है। सेना में नियमित भर्ती में भारी कटौती उन किसान पुत्रों के साथ धोखा है, जिन्होंने बरसों से फौज में सेवा करने का सपना संजोया था।
किसान आंदोलन में अपनी पराजय से तिलमिलाई इस सरकार का किसानों से बदला लेने का यह एक और हथकंडा है।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत ग्रुप), भारतीय किसान यूनियन (सर छोटूराम) व भारतीय किसान नौजवान यूनियन से किसान मौजूद रहें, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष रतनमान, बहादुर मेहला, गुरनाम संधु, अमृतपाल बुग्गा, बलवान, सुरेंद्र सांगवान, श्याम सिंह मान, सुरेंद्र धुमन, जोशपाल गिल, मेहताब कादियान, बाबा तखविंद्र सिंह दरड़, यशपाल राणा, सतबीर मढाण, छत्रपाल सिंधड़, समय सिंह संधु, कुलदीप संधु, सुनील पुनिया व दिलावर डबकोली आदि मौजूद रहे।
Author: samachar
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