रश्मि प्रभा की रिपोर्ट
बचपन की खट्टी-मीठी यादें किसी को भी हंसा देती हैं-रुला देती हैं। कुछ ऐसा ही दृश्य दिखा मंगलवार को जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण करने उत्तराखंड में अपने गृह जिले पौड़ी गढ़वाल पहुंचे। गुरु की मूर्ति के अनावरण के बाद मंच पर अपने भाषण में बचपन को याद कर सीएम योगी अत्यंत भावुक हो गए और उनका गला रुंध गया, आंखों से आंसू बह निकले। योगी ने अपने भाषण में कहा कि आज मेरा सौभाग्य है कि मैं अपने गुरुओं को सम्मानित कर पा रहा हूं।
अपने गुरु को याद कर रो पड़े योगी
पौड़ी जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पैतृक गांव पंचूर भी है। इसी गांव से चंद किलोमीटर दूर गोरखनाथ पीठ द्वारा बनाया गया डिग्री कॉलेज है जो अब उत्तराखंड सरकार के अधीन है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ पहाड़ों में बच्चों की शिक्षा को लेकर बेहद गंभीर रहते थे। सीएम योगी ने कहा कि वह अपने गुरु को एक बार यहां लाना चाहते थे, लेकिन उनकी अवस्था और कुछ अन्य वजह से यह संभव नहीं हो पाया। इन बातों को याद कर सीएम योगी की आंखों से आंसू बहने लगे। रुंधे गले से उन्होंने अपनी भावनाओं को काबू में किया।
सालों बाद अपनी मां से मिले सीएम योगी
बुधवार को सीएम योगी अपने पैतृक गांव पंचूर में एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होंगे. मंगलवार को अपने गांव पंचूर पहुंचे सीएम योगी ने ग्राम देवता की पूजा करने के बाद अपने घर पहुंचे। सालों बाद अपनी बूढ़ी मां से मुलाकात की और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया। बता दें कि योगी आदित्यनाथ दीक्षा लेने के बाद संन्यासी हो चुके हैं। गुरुवार को सीएम योगी हरिद्वार में यूपी पर्यटन विभाग द्वारा बनाए गए एक गेस्ट हाउस का उद्घाटन करेंगे।
Author: samachar
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