दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
जौनपुर। पुलिस पर महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटने के संगीन आरोप लगे हैं। महिलाओं ने कहा है कि पुलिस ने निर्वस्त्र कर उनके साथ बेरहमी से मारपीट की है। पुलिस पर महिलाओं समेत नाबालिग बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार का आरोप है। वहीं पुलिस इस मामले को गलत बता रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है, थाने में महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता या मारपीट नहीं हुई है।
जानें क्या है पूरा मामला?
बता दें, बदलापुर कोतवाली क्षेत्र के देवरिया गांव में बीते 20 मार्च को 2 पक्षों के बीच विवाद हो गया था। विवाद बढ़ता देख राधा नाम की एक महिला ने डायल 112 पर सूचना दी। उसने बताया, खेत में लगे केले के पेड़ को विपक्षी द्वारा काटा जा रहा है। मौके पर तुरंत डायल 112 की टीम पहुंच गई। पीआरवी की टीम दोनों पक्षों में शांति व्यवस्था कायम करवाने में जुट गई। इसी बीच पीआरवी के पुलिसकर्मी राजेश यादव के साथ मारपीट हो गई, जिससे उन्हें चोट आ गई। महिला राधा और पुलिसकर्मी राजेश यादव की तहरीर पर 8 लोगों को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के बाद सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
महिलाओं ने लगाया मारपीट का आरोप
जमानत मिलने के बाद सभी 8 लोग जेल से बाहर आ गए। इन्हीं लोगों में शामिल महिला शीला ने पुलिस पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं। शीला का कहना है, पुलिस ने विपक्षियों के साथ मिलकर उन्हीं के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस ने तो क्रूरता से महिलाओं और नाबालिग बच्चों के साथ मारपीट भी की। महिला का आरोप है कि पुलिस ने इतनी बेरहमी से मारपीट की है कि चमड़ी का रंग काला हो गया।
बेल्ट के पट्टे और डंडे से मारा
महिला ने बताया, पुलिस ने न तो उनका मेडिकल कराया और न ही उनकी एक बात सुनी। उल्टा, केले के पेड़ काटने के मामले में थाने पर बुलाकर बेल्ट के पट्टे और डंडे से मारपीट की। महिला के अनुसार, मामला अंबेडकर मूर्ति के चबूतरे से संबंधित है। बस्ती के लोगों ने बाबा अंबेडकर की मूर्ति पास में स्थापित की है। इस कारण से गांव के कुछ लोग उनसे रंजिश रखने लगे।
पुलिस बोली- निराधार है मामला
इस मामले को लेकर पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। पुलिस ने अपनी तरफ से जारी किए गए वीडियो में सफाई दी है। पुलिस का कहना है, महिला द्वारा बताई जा रही बात पूर्ण रूप से असत्य है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."