चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
सोनभद्र, उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है, जहां अंतर्राज्यीय वाहन चोरी गिरोह का पर्दाफाश कर इसके मुख्य सरगना अभिषेक यादव को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने ट्रक मालिकों से धोखाधड़ी कर करीब 4 करोड़ रुपये मूल्य के 20 ट्रकों को हड़प लिया और उन्हें कबाड़ में बेच दिया।
कैसे फैला जाल?
दरअसल, आरोपी अभिषेक यादव मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के ओरछा थाना अंतर्गत ग्राम नरिया का रहने वाला है। वह सोशल मीडिया—खासतौर पर Facebook—और दलालों के माध्यम से ऐसे ट्रक मालिकों से संपर्क करता था जो आर्थिक तंगी या संचालन में असमर्थता के चलते अपने वाहन किराए पर देना चाहते थे।
अभिषेक, ट्रक मालिकों को हर महीने ढाई लाख रुपये का किराया देने का झांसा देता और ट्रक लेकर रफूचक्कर हो जाता। बाद में वह ट्रकों को नागपुर, महाराष्ट्र के एक कबाड़ी शफीक उर्फ़ चक्की को मात्र पाँच-पाँच लाख रुपये में बेच देता था। पुलिस के अनुसार, ट्रकों की वास्तविक कीमत लगभग चार करोड़ रुपये है।
राबर्ट्सगंज में दर्ज हुई पहली शिकायत
इस पूरे मामले की शुरुआत 31 मार्च 2025 को हुई, जब राबर्ट्सगंज के निवासी राकेश पाठक ने कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके चार ट्रकों को अभिषेक यादव ने किराए पर लिया था, लेकिन न तो भुगतान किया और न ही ट्रक लौटाए। इसके बाद से अभिषेक यादव का मोबाइल फोन भी बंद हो गया था।
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पुलिस की सक्रियता और गिरफ्तारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। मुखबिर की सूचना पर चोपन थाना क्षेत्र के सलखन से अभिषेक यादव को गिरफ्तार किया गया। सीओ हर्ष पांडे के अनुसार, आरोपी के खिलाफ यूपी के झांसी, प्रयागराज, कानपुर देहात और मध्य प्रदेश में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी जारी है।
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निष्कर्ष
यह मामला न केवल पुलिस की सतर्कता और तकनीकी जांच क्षमता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर अपराधी भोले-भाले वाहन मालिकों को निशाना बना रहे हैं। सोनभद्र पुलिस की यह कार्रवाई अन्य जिलों के लिए भी एक चेतावनी है कि ऐसे गिरोहों से सतर्क रहने की आवश्यकता है।