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26 December 2024 10:18 pm

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गुजरात प्रतिबंध के बावजूद यहाँ खूब नाचती है “लाल परी”, बस्तियों में बिक रही है नशे की “शीशी”👇वीडियो

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

गुजरात सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। अवैध जुआ और कच्ची शराब के अड्डे, जो कानूनन प्रतिबंधित हैं, बिना किसी रुकावट के फल-फूल रहे हैं। इन अवैध गतिविधियों को पुलिस प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है, और जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, 9 अक्टूबर 2024 को लखनऊ से आए कुछ मीडिया कर्मियों ने अहमदाबाद का दौरा किया। शहरवासियों से बातचीत और जमीनी स्तर पर किए गए निरीक्षण के दौरान इन अवैध गतिविधियों की व्यापकता का खुलासा हुआ। गुजरात सरकार की ओर से शराब और जुआ पर बैन होने के बावजूद, पुलिस थानों और उच्च अधिकारियों के संरक्षण में ये अवैध गतिविधियाँ बेरोक-टोक चल रही हैं।

विशेषकर, अहमदाबाद के विभिन्न इलाकों में कच्ची शराब के अड्डों की भरमार है। कार्तिक नगर, रंगोली हाई-फाई चौराहा, नारोल गांव, बापू नगर, और इसनपुर थाने के पीछे बड़ी मात्रा में कच्ची शराब की भट्टियाँ चल रही हैं। इसके अलावा, चामुंडा में भारत भाई के लगभग 10 अवैध देसी शराब के अड्डे हैं, और हनुमान मंदिर वाली गली में रंजीत भाई का जुआ और शराब का अड्डा भी धड़ल्ले से चल रहा है।

रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से इन अवैध कारोबारों से भारी धन उगाही की जा रही है। कार्तिक नगर में स्थित गीता नामक महिला का जुआ और शराब का अड्डा प्रशासन की सरपरस्ती में फल-फूल रहा है। अहमदाबाद के सेटेलाइट इलाकों में लगभग 50 से अधिक अवैध देसी शराब के अड्डे हैं, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की केंद्र सरकार द्वारा देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने की प्रतिबद्धता के बावजूद, उनके गृह राज्य गुजरात में हो रहे इस भ्रष्टाचार पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या सरकार की नीतियों को राज्य के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे, या फिर भ्रष्टाचार के इन मामलों में सरकार की चुप्पी के पीछे कोई और कारण है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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