चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद जिले में पिछले कुछ दिनों से एक अजीब और चिंताजनक समस्या सामने आ रही थी। कई लोग पुलिस के पास इस शिकायत के साथ आ रहे थे कि उनके वॉट्सऐप अकाउंट्स ठीक से काम नहीं कर रहे थे। वे न तो कोई मेसेज भेज पा रहे थे और न ही किसी मेसेज का जवाब दे पा रहे थे।
शुरू में पुलिस को यह समस्या तकनीकी लग रही थी, लेकिन जब लगातार ऐसी शिकायतें आने लगीं, तो पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि यह कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध है।
फर्रुखाबाद के नवाबगंज पुलिस स्टेशन और साइबर सेल की संयुक्त कार्रवाई में इस अपराध की परतें खुलीं। पुलिस ने एक नाबालिगों के गैंग का पर्दाफाश किया, जिसमें कुल छह लोग शामिल थे, जिनमें से पांच नाबालिग थे।
यह गैंग लोगों के वॉट्सऐप अकाउंट्स को हैक करके उनकी निजी चैट और अन्य संवेदनशील जानकारी को विदेशी वेबसाइटों पर बेच रहा था।
फर्रुखाबाद के नवाबगंज इलाके के सिकंदरपुर गांव की कांग्रेस जिलाध्यक्ष शकुंतला देवी ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका वॉट्सऐप अकाउंट हैक हो गया है और उनकी निजी जानकारी लीक हो रही है।
इसी तरह, जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के संचालक मनोज कुमार ने भी ऐसी ही शिकायत की थी। इन शिकायतों के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की और इस गैंग को पकड़ने में सफल रही।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे एक वॉट्सऐप अकाउंट को 24 घंटे के लिए हैक करने के बदले में 6 रुपये प्रति अकाउंट कमाते थे। उनका मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा अकाउंट्स को हैक करना था ताकि उनकी कमाई बढ़ सके।
पुलिस को पता चला कि ये लोग एक अमेरिकी वेबसाइट ‘वाहो’ के लिए काम कर रहे थे। यह वेबसाइट हैक किए गए वॉट्सऐप अकाउंट्स की जानकारी खरीदती थी और इसके बदले में गैंग को पैसे देती थी।
गैंग के सदस्य गांव के लोगों से कुछ समय के लिए उनके मोबाइल फोन मांगते थे और उनका वॉट्सऐप अकाउंट हैक करके उसकी जानकारी वेबसाइट पर भेज देते थे।
इस मामले में पुलिस ने सोना जानकीपुर से रितेश नामक व्यक्ति और पांच नाबालिगों को गिरफ्तार किया।
एसपी आलोक कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि इस मामले में गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है, और पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस अमेरिकी वेबसाइट के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा सकती है।
इस घटना ने लोगों को सचेत कर दिया है कि वॉट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निजी जानकारी की सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है।
पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वे अपने मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स को किसी अजनबी को न दें और अपने पासवर्ड को मजबूत बनाएं तथा समय-समय पर बदलते रहें।
Author: samachar
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